ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने से ट्रैवल व्यवसायी और चारधाम यात्री मायूस
देहरादून। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के भरोसे चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार पहु्चे तीर्थयात्रियों को मायूस होकर घर लौटना पड़ रहा है। राज्य सरकार ने चारधामों में बढ़ती भीड़ के चलते हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 31 मई तक बंद करने का फैसला लिया है।
ऑफलाइन रजिस्टेªशन के भरोसे यहां चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे कुछ यात्रियों ने बताया कि वे धामों के लिए गाड़ियां भी बुक करा चुके थे, लेकिन रजिस्ट्रेशन बंद होने के कारण आगे नहीं जा पा रहे हैं। उधर, ट्रैवल एजेंसी वाले उनके पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। एजेंसी वाले कह रहे हैं कि जब उनका रजिस्ट्रेशन होगा, तो वे यात्रा करा देंगे।
छतीसगढ़ से चारधाम यात्रा के लिए सपरिवार हरिद्वार पहुंचे बलवंत सिंह पटेल ने कहा कि चार धाम यात्रा के लिए आए थे। लेकिन रजिस्टेªशन बंद होने के चलते उन्हें घर वापस जाना पड़ रहा है। वे बताते कि ऑनलाइन रजिस्टेªशन कराया है लेकिन यात्रा की तारीख उन्हें अगले माह की 20 तारीख का मिला है। वे मायूस होकर कहते हैं वे सपरिवार चारधाम यात्रा के लिए आये थे। लेकिन अब उन्हें बिना चारधाम यात्रा करें वापस जाना पड़ रहा है। ऑनलाइन रजिस्टेªशन से उन्हें जो तारीख मिली है वो 20 जून की मिली है। अब वह इतने दिन यहां रह कर क्या करेंगे।
कुछ इसी तरह की कहानी दूसरे लोगों की भी है जो देश के विभिन्न कोनों से चारधाम यात्रा के लिए आये थे। मायूस सिर्फ चारधाम यात्री ही नहीं है बल्कि वो व्यवसायी भी जो चारधाम यात्रा से बड़ी आस लगाये बैठे थे। ट्रैवल व्यवसाय से जुड़े युवा गाड़ियों में अपनी जमा पूंजी लगा कर इस आस पर बैठे थे कि उन्हें यात्रा से आमदनी होगी। लेकिन ऑफलाइन रजिस्टेªशन बंद होने से उनका धंधा चौपट हो गया है।