उत्तराखण्डः कब मनायें दिपावली, ज्योतिषाचार्यों ने इस दिन को बताया शास्त्रसम्मत्
देहरादून। दीपावली किसी दिन मनायी जाय इसको लेकर लोगों में असमजस की स्थिति बनी हुई है। उत्तराखण्ड में बात करें तो ये त्यौहार उत्तराखंड के श्री केदारनाथ धाम और श्री बदरीनाथ धाम में दीपावली एक नवंबर को मनाई जाएगी।
तिषाचार्यो और पंडितों का कहना है कि 01 नवंबर को दीपावली शास्त्रसम्मत है।.
उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल के ज्योतिषाचार्य व पंडितों ने कहा है कि प्रदेशभर में दिवाली 1 नवंबर को मनाई जाएगी।
उन्होंने पर्व को लेकर आम बैठक की, जिसमें सर्वसम्मति से एक नवंबर को दिवाली मनाने का फैसला लिया गया है। ऐसा नियम है कि अमावस्या के 12 बजे के बाद लगने पर पर्व अगले दिन मनाया जाता है। चूंकि 31 अक्टूबर को अमावस्या 2 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी, जो 1 तारीख को शाम सवा 6 बजे तक रहेगी। अमावस्या का प्रदोष काल शाम को होगा। प्रदोष काल की अमावस्या साढ़े 6 बजे तक रहेगी। ऐसे में उन्होंने फैसला किया कि दिवाली का पर्व एक नवंबर को ही मनाना चाहिए।
1. श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या – 1 नवंबर, 2024
2. श्री बद्रीनाथ धाम, उत्तराखंड – 1 नवंबर, 2024
3. श्री केदारनाथ धाम, उत्तराखंड – 1 नवंबर, 2024
4. पूर्वाम्नाय जगद्गुरु शंकराचार्य पीठ, पुरी – 1 नवंबर, 2024
5. पश्चिमाम्नाय जगद्गुरु शंकराचार्य पीठ, द्वारका – 1 नवंबर, 2024
6. उत्तराम्नाय जगद्गुरु शंकराचार्य पीठ, उत्तराखंड – 1 नवंबर, 2024
7. दक्षिणाम्नाय जगद्गुरु शंकराचार्य पीठ, शृंगेरी – 1 नवंबर, 2024 ।।