तो इस वजह से खिलाड़ियों को दिखाया जाता है रेड कार्ड, फुटबॉल के सभी नियमों को यहां समझिए
पश्चिमी देंशों की तरह अब भारत में भी फुटबॉल का क्रेज काफी बढ़ता जा रहा है। हालांकि इस खेल का नया-नया शौक रखने वाले कई फैंस अभी भी इसकी टर्म्स से वाकिफ नहीं होंगे। ऐसे में हमने फुटबॉल को समझने के लिए उसके प्रमुख टर्म्स को विस्तृत रूप से समझाने की कोशिश की है। चलिए जानते हैं फुटबॉल की सबसे प्रमुख टर्म्स के बारे में…
अटैकर: एक ऐसा खिलाड़ी, जिसकी ड्यूटी है बॉल का आगे की तरफ पास करते हुए विपक्षी टीम के गोल पोस्ट पर स्कोर का अवसर बनाने की।
बैक हील: फुटबॉल की पीछे की तरफ धकेलने के लिए एड़ी का प्रयोग करना।
बैक पास: बैक पास का इस्तेमाल अपने ही गोल पोस्ट की तरफ किया जाता है। आमतौर पर खिलाड़ी अपनी टीम के गोलकीपर तक गेंद को पहुंचाने के लिए ऐसा करते हैं। इसके बाद खेल एक नए सिरे से शुरू होता है।
बॉल कैरियर: किसी खिलाड़ी के अधिकार क्षेत्र में गेंद
बेंडिंग द बॉल: गेंद को स्ट्राइक कर ऑफ सेंटर तक ले जाना ताकि वहां से गेंद पर शॉट लगाकर उसे गोल पोस्ट तक पहुंचाया जा सके।
बायसाइकिल किक: यह एक मूव है, जिसमें खिलाड़ी हवा में उछलकर गेंद को सिर के ऊपर से पीछे की तरफ स्ट्राइक करता है।
सेंटर स्पॉट: फील्ड के एकदम बीच वाले हिस्से को सेंटर ऑफ द फील्ड यानी सेंटर स्पॉट कहा जाता है, जहां से खिलाड़ी किक की शुरुआत करते हैं।
कनफेडरेशन: अपने क्षेत्र में फुटबॉल के लिए जिम्मेदार संगठन
कॉर्नर फ्लैग: फील्ड को मार्क करने के लिए चारों तरफ लगाए गए झंडे
कॉर्नर किक: यह कॉर्नर से ली जाने वाले एक फ्री किक है। गोल लाइन से गेंद बाहर जाने के बाद फ्री किक उस डिफेंसिव प्लेयर को मिलता है जिसका पैर सबसे आखिरी बार गेंद पर लगा था।
क्रॉस: लंबा पास जब एक कोने से दूसरे कोने में खिलाड़ी ने किक जमाकर अपने साथी तक गेंद पहुंचाई हो।
डिफेंडर: एक ऐसा खिलाड़ी, जिसका काम विरोधी टीम के स्ट्राइकर्स को गोल करने से रोकने का होता है।
डायरेक्ट फ्री किक: फ्री किक मिलने वाला खिलाड़ी अगर सीधे गोल पोस्ट पर गोल दाग दे और इसमें किसी दूसरे खिलाड़ी का डिफ्लेक्शन न हो उसे डायरेक्ट फ्री किक कहा जाता है।
ड्रिबल: भागते हुए गेंद को कंट्रोल करने ड्रिब्लिंग कहलाता है।
डमी रन: डिफेंडर्स को चकमा देने के लिए गेंद को बिना लिए आगे की तरफ दौड़ना।
फार पोस्ट: गेंद का गोलपोस्ट से काफी दूर होना
फीफा: फीफा का पूरा नाम फेडरेशन इंटरनेशनल डी फुटबॉल एसोसिएशन है। यह स्विट्जरलैंड आधारित फुटबॉल की गवर्निंग बॉडी है।
फाउल: नियमों की अनदेखी कर खेल का उल्लंघन करना
फ्री किक: किसी खिलाड़ी की गलती से विपक्षी टीम के कमिटेड खिलाड़ी को मिलने वाली किक फ्री किक कहलाती है। फ्री किक डायरेक्ट और इनडायरेक्ट दोनों हो सकती हैं।
गोल एरिया: गोल पोस्ट के सामने सुरक्षित आयताकार एरिया। इसे सिक्स यार्ड बॉक्स भी कहा जाता है।
गोल किक: डिफेंडिंग टीम के खिलाड़ी को गोल पोस्ट की तरफ से मिलने वाला किक। इसमें गोलकीपर को यह अधिकार होता है कि वह अपनी टीम के किस खिलाड़ी को यह मौका देना चाहता है।
गोल लाइन: गोल पोस्ट पर दोनों तरफ खींची गई रेखा को गोल लाइन कहा जाता है।
गोल माउथ: गोल पोस्ट के सामने वाला एरिया
गोलकीपर: गेंद को गोल की आखिरी लाइन पर डिफेंड करने वाला खिलाड़ी। इस खिलाड़ी को गेंद हाथ से रोकने की आजादी होती है।
हैडर: गेंद को पास करने के लिए सिर का इस्तेमाल करना।
इन स्विंगर: एक ऐसा किक जो गेंद को हवा में स्विंग करता हुआ सीधे गोल पोस्ट तक भेज सके।
किक ऑफ: सेंटर स्पॉट से किक ऑफ के जरिए ही खेल का आगाज होता है। मैच में गोल होने के बाद स्पॉट सेंटर से दोबारा किक ऑफ के जरिए ही खेल शुरू होता है।
मैन टू मैन मार्किंग: डिफेंसिव टीम का एक ऐसा पैंतरा, जिसमें हर अटैकिंग खिलाड़ी के पीछ एक डिफेंसिव खिलाड़ी को लगाया जाता है।
मिडफील्डर: अटैकर्स और डिफेंडर्स के बीच खेल को संभालने की जिम्मेदारी मिड फील्डर्स की होती है।
नियरपोस्ट: गेंद का पास वाला गोल पोस्ट।
ऑब्सट्रक्शन: विपक्षी टीम के किसी खिलाड़ी को रोकने के लिए शरीर का गलत तरह से इस्तेमाल करना ऑब्सट्रक्शन कहलाता है। इसमें विरोधी टीम के खिलाड़ी को एक फ्री किक करने का मौका मिल सकता है।
ऑफसाइड ट्रैप: गेंद किक के जरिए विपक्षी टीम के खिलाड़ी से आगे की साथी खिलाड़ी की तरफ भेजना ऑफसाइड ट्रैप कहलाता है।
वन टच पास: गेंद को बिना कंट्रोल किए एक टच के साथ उसे साथी खिलाड़ी तक फॉर्वर्ड या बैकवर्ड करना वन टच पास कहलाता है।
आउट स्विंगर: ऐसा किक, जो गेंद को हवा में घुमाता हुआ गोल पोस्ट से दूर कर दे।
पेनल्टी एरिया: गोल के सामने एक ऐसा कोण के आकार का एरिया जो गोलकीपर के अधिकार क्षेत्र में आता है। आमतौर पर इसकी आकृति की वजह से इस 18 यार्ड बॉक्स भी कहा जाता है.
पेनल्टी स्पॉट: गोल से 12 यार्ड दूर एक ऐसी रेखा जहां से पेनल्टी किक लिया जाता है।
पेनल्टी: खेल में फाउल होने पर विपक्षी टीम के खिलाड़ी को पेनल्टी स्पॉट से गोल करने का मौका मिलता है। इसमें सिर्फ गोलकीपर ही गेंद को रोक सकता है।
पिच: जिस फील्ड पर फुटबॉल खेला जाता है।
रेड कार्ड: मैच के दौरान किसी गंभीर मामले के बाद मैच रेफ्री कसूरवार खिलाड़ी को रेड कार्ड देकर बाहर भेज सकते हैं। एक ही मैच में दो बार येलो कार्ड मिलने वाले खिलाड़ी को भी रेड कार्ड देकर बाहर भेजा जा सकता है।
रेफ्री: क्रिकेट के अंपायर की तरह फुटबॉल में मैच रेफ्री होते हैं, जिनकी निगरानी में यह खेल होता है।
शॉट: किक, हैडर या कोई अन्य इंटेंडेड डिफ्लेक्शन जिसके जरिए गोल कर स्कोर किया जा सके।
स्ट्राइकर: ऐसा खिलाड़ी, जिसका काम है गेंद को स्ट्राइक कर गोल पोस्ट में पहुंचाकर स्कोर करना।
टैकल: गेंद को किक के जरिए विपक्षी टीम के खिलाड़ी से दूर भेजना
थ्रू पास: फ्री स्पेस का इस्तेमाल कर डिफेंडर्स को पीछे छोड़ते हुए गेंद को आगे की तरफ ले जाना।
थ्रो इन: टच लाइन क्रॉस होने के बाद खिलाड़ी गेंद को हाथों से उठाकर भी अपने टीममेट्स की तरफ थ्रो कर सकता है। इस दौरान वह टच लाइन के आगे या पीछे दोनों तरफ गेंद को थ्रो करने के लिए आजाद होता है।
टो पोक: गेंद को स्ट्राइक करने के लिए पैर के अंगूठे का इस्तेमाल करना।
ट्रैपिंग द बॉल: गेंद को जूते के सोल के जरिए कंट्रोल करना।
वॉली: स्ट्राइक कर गेंद को हवा में उछालना।
विंगर्स: विंगर्स वह है जो दाएं और बाएं पट्टी पर खेल रहे हो। यह खिलाड़ी गेंद को अंदर की तरफ मारते हुए गोल करने का मौका बनाते हैं।
येलो कार्ड: खेल के नियम का उल्लंघन करने पर रेफ्री की तरफ से संबंधित खिलाड़ी को मिलने वाली चेतावनी।
जोन डिफेंस: इसमें खिलाड़ी फील्ड पर विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को ट्रैक करने की बजाए चुने हुए एरिया को डिफेंस करने का काम करते हैं।