नीति आयोग ने यूपी में विकास की रफ्तार को सराहा
उत्तर प्रदेश को मूर्त रूप देने के लिए सूबे की योगी सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सूबे में सरकार गठन के बाद नीति आयोग की टीम गुरुवार को दूसरी बार दौरे लखनऊ पहुंची। इस दौरान टीम ने अधिकारियों के साथ तमाम योजनाओं पर चर्चा की। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार ने कहा कि यूपी में विकास के रफ्तार की सराहना करते हुए कहा कि यूपी अब चल चुका है। मुख्य सचिव सहित प्रदेश के तमाम अधिकारियों के साथ बैठक के बाद आयोग की टीम सीएम योगी से मिलने एनेक्सी भवन स्थित सीएम कार्यालय पहुंची। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यूपी में विकास की रफ्तार लगातार बढ़ रही है । उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 नए मेडिकल कॉलेज के काम शुरू हो चुके हैं। 5 अन्य के प्रस्ताव तैयार हो चुके हैं। 100 बेड से कम क्षमता वाले जिला अस्पतालों की क्षमता बढ़ाने का काम शुरू हो रहा है। पूरे प्रदेश में लगभग 1000 नए जन औषधि केंद्रों की स्थापना की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
शिक्षा के मामले में भी प्रदेश में अभियान शुरू किया गया है। अप्रैल से जुलाई के बीच बेसिक शिक्षा में 1 करोड़ 53 लाख बच्चों ने प्रवेश किया। इन बच्चों की यूनिफॉर्म, बैग, बुक्स, जूते-मोजे और स्वेटर सरकार मुहैया करा रहे हैं। रीजनल कनेक्टिविटी के लिए भी सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। नागर विमानन की एक पॉलिसी तैयार की गई है। जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सर्वे का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। पहली बार प्रदेश में बेसिक शिक्षा में छात्रों की संख्या बढ़ी है और शिक्षण की गुणवत्ता में भी सुधार आया है। हम अगले वर्ष से बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में एनसीईआरटी के सिलेबस को लागू करने जा रहे हैं। ओडीएफ की दिशा में काम करते हुए अब तक प्रदेश में करीब 38 लाख निजी शौचालय बनाए गए हैं। 6 जनपद अब तक ओडीएफ घोषित किए जा चुके हैं। गंगा नदी के किनारे 1627 गांवों को खुले में शौच से मुक्त कर दिया है। हमारा लक्ष्य है कि दिसंबर तक 30 जनपदों को खुले में शौच से मुक्त कर दिया जाए और अक्टूबर 2018 तक पूरे प्रदेश को ओडीएफ घोषित करें।