उम्मीदों के रथ पर सवार कांग्रेस का जोश, प्रियंका की सक्रियता से सकते में पार्टियां
गठबंधन की फिराक में छोटे दल
अजय द्विवेदी
लखनऊ। प्रियंका गांधी वाड्रा की सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस का जोश चरम पर पर है। पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ नए युवाओं को अपना राजनीतिक भविष्य चमकता हुआ दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए कांग्रेस अपनी पूरी ताक़त का इस्तेमाल कर रही है। अवध की सरजमीं से प्रदेश की जनता को कांग्रेस का पैगाम दिया जा चुका है। लखनऊ के रोड शो में जिस तरह से राहुल गांधी के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियंका गांधी वाड्रा का आगाज़ हुआ उससे प्रदेश की सियासी हलचल तेज़ हो गई है।
उत्तर प्रदेश में इस समय लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक समीकरण बनाने का काम ज़ोरों से शुरू हो गया है।प्रियंका गांधी की सक्रियता से जहां जहां कांग्रेस में उत्साह है वहीं भाजपा समेत सपा और बसपा में चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं। दूसरी ओर नए छोटे दलों की चाहत भी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव में उतरने की हो रही है। समाजवादी पार्टी के टूट के केंद्र में रहे शिवपाल सिंह यादव का एयरपोर्ट पर राहुल और प्रियंका का स्वागत करना भी सियासी संकेत दे रहा है। शिवपाल के करीबी सूत्रों की माने तो वो कांग्रेस के साथ कुछ सीटों पर गठबंधन के मूड में हैं। हालांकि अभी सियासी समीकरण बनाने का दौर अभी शुरू हुआ है। देखना दिलचस्प होगा कि अंजाम क्या होगा।