पुलवामा एनकाउंटर के बाद सेना ने कहा, जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा
पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 100 घंटे में जैश के आतंकियों को मार गिराया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीओसी चिनार कॉर्प्स लेफ्टिनेंट जनरल के जेएस ढिल्लन, सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन और श्रीनगर के आईजी एसपी पाणि ने कहा कि जैश के बड़ें आतंकियों की तलाश में अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि जो बंदूक उठाएंगे उनको मार गिराएंगे। उन्होंने कश्मीर के नौजवानों की मांओं की सेना से अपील है कि बेटे को समझाएं कि घर वापास आ जाए।
सेना ने कहा कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान की सेना का हाथ और जैश को आईएसआई कंट्रोल कर रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में जो घुसपैठ करेगा जिंदा नहीं बचेगा। कल की मुठभेड़ में जैश की तीन टॉप कमांडर ढेर किया गया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में कितने गाजी आए और चले गए।
उन्होंने कहा कि जैश ए मोहम्म पाकिस्तान सेना का बच्चा है और कामरान ही पुलवामा हमले का मास्टमाइंड था। पुलवामा हमले को जैश ने पाकिस्तान के कहने पर किया और आईएसआई लगातार कामरान को निर्देश दे रहा था। कश्मीरियों की प्रताड़ना के सवाल पर कहा कि यह प्रोपोगंडा है और बिना सबूत के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन उस वक्त के हालत के हिसाब से चलाते हैं।
ये जवान पुलवामा एनकाउंट में हुए शहीद
– मेजर वीएस ढौंडियाल: पिछले साल ही हुई थी शादी
पौड़ी जिले के बैजरो ढौंड गांव के मूल निवासी 33 वर्षीय मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल का घर देहरादून के नेश्विवला रोड के 36 डंगवाल मार्ग में हैं। सेना के 55 राष्ट्रीय राइफल में तैनात मेजर की शादी पिछले साल अप्रैल में कश्मीरी पंडित निकिता कौल से हुई थी। सोमवार सुबह की मेजर की पत्नी दिल्ली मायके के लिए निकली थी। वह जब ट्रेन में थीं तब उन्हें इसकी जानकारी मिली।
–झुंझुनूं राजस्थान के रहने वाले हवलदार एस राम 55 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। 36 वर्षीय राम वर्ष 2000 में भर्ती हुए थे।
–मेरठ उत्तर प्रदेश के रहने वाले सिपाही अजय कुमार भी 55 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे।
–सिपाही हरि सिंह हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहने वाले थे। सेना के 55 आरआर में तैनात थे।
-एक हेड कांस्टेबल की भी जान गई है।