आप नेता रविंद्र जुगरान ने भाजपा पर फोड़ा ‘फोटो बम’
देहरादून: आप नेता रवींद्र जुगरान ने आप पार्टी में शामिल होने के बाद शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान किसान आंदोलन और किसानों को बदनाम करने की साजिश के पीछे, बीजेपी का हाथ बताया।
उन्होंने कहा बीजेपी के लोग किसानों को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। इनके लोग चाहे दिल्ली में लालकिला हो, गाजीपुर बॉर्डर हो या मुज्जफरनगर हो हर जगह किसानों को बदनाम करने के लिए उनके बीच शामिल होकर, इस आंदोलन को कुचलने के साथ साथ किसानों को बदनाम करने के प्रयासों में लगातार लगे हैं।
आप नेता रवींद्र जुगरान ने कहा, लाल किले पर हमले में बीजेपी के लोग शामिल थे, सिंधु बॉर्डर पर भी बीजेपी के लोग शामिल थे जिससे साफ पता चलता इस आंदोलन को कुचलने के पीछे बीजेपी की साजिश है। वो किसानों को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। बीजेपी ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए बिजली पानी तक काट दिया था ताकि किसान परेशान हो जाएं लेकिन अरविंद केजरीवाल ने किसानों को परेशान नहीं होने दिया उनको पानी की व्यवस्था करवाई। उन्होंने कहा ये किसानों का आंदोलन है जिसमें बीजेपी के लोग घुसकर किसानों के साथ धोखा कर रहे हैं।
आप नेता रविन्द्र ने कहा बीजेपी शुरू से किसानों के खिलाफ लाए तीनों कृषि कानूनों को जबरदस्ती लागू कर किसानों को सड़कों पर लाने की साजिश में लगे थे। उसके बाद किसानों को बरगलाने के लिए बीजेपी के कई नेता मैदान में उतर कर कृषि कानूनों के पक्ष और किसानों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए थे यहां तक बीजेपी के कई नेताओं ने इन किसानों को उग्रवादी, खालिस्तानी तक कहने में कोई गुरेज नहीं की। लेकिन जब किसान कृषि कानूनों को वापिस करने की अपनी मांगो पर डटे रहे और पूरे देश के किसान बिल के खिलाफ हो गए तो बीजेपी ने अपने कार्यकर्ता इनके बीच भेजकर इस आंदोलन को कुचलने के साथ साथ किसानों को बदनाम करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। आज तस्वीरें जब मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए बाहर आई तो इनके साजिश का पर्दा फाश हो गया।
आप नेता ने कहा, बीजेपी हमेशा से किसान विरोधी रही है। ये किसानों को महज अपने वोट बैंक के लिए यूज करती है इनको किसानों के हित से कोई सरोकार नहीं जबकि आम आदमी पार्टी शुरू से किसानों के हित की बात करती रही है। चाहे आंदोलन के दौरान दिल्ली में उनको तमाम व्यवस्थाएं करने से लेकर केंद्र को किसानों को जेल बनाने के लिए स्टेडियम की मांग को दरकिनार किया। आप के मुख्यमंत्री केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली के कई आप नेता लगातार आंदोलन के दौरान किसानों से मिलने बॉर्डर पर धरनास्थल पहुंचे। जबकि बीजेपी का कोई नेता, प्रधानमंत्री, मंत्री किसानों की सुध लेने नहीं पहुंचा।