September 22, 2024

सीएम धामी की लुटिया डुबो रहे सलाहकार

– प्रापर्टी डीलर और स्कूल संचालक बना रहे दिल्ली में केदारनाथ मंदिर
– हिरनकी-बुराड़ी में तीन एकड जमीन पर बनेगा मंदिर, 20 करोड़ की क्राउड फंडिंग का लक्ष्य़

गुणानंद जखमोला

दिल्ली के बुराड़ी-हिरनकी में तीन एकड़ भूमि पर प्रस्तावित केदारनाथ मंदिर बनेगा। इस मंदिर का भूमि पूजन सीएम धामी ने गत दिनों किया। इसके बाद से उत्तराखड में इसका विरोध हो रहा है। दिल्ली में बन रहे इस मंदिर को धाम की फ्रेंचाइजी कहा जा रहा है। तमाम विवाद हैं। सीएम धामी के इस कार्यक्रम में भागीदारी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। यह मंदिर आनंद पर्वत इलाके में स्कूल चला रहे सुरेंद्र रौतेला और कई प्रापर्टी डीलर बना रहे हैं। पहले बदरीनाथ और मंगलौर सीट हारने का गम और अब यह अनावश्यक विवाद। लगता है कि सीएम धामी के सलाहकार उनकी लुटिया डुबोकर ही मानेंगे। क्या जरूरत थी बिना इंटेलीजेंस रिपोर्ट के ऐसे कार्यक्रम में जाने की? केदारनाथ की प्रतिमूर्ति बनाने के प्रयास से केदारनाथ के तीर्थपुरोहितों में भी नाराजगी है।

मैंने इस संबंध में दिल्ली स्थिति श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट, दिल्ली के एक मोबाइल नंबर 9625800500 पर फोन किया। मुझे लगा यह नंबर सुरेंद रौतेला का होगा। लेकिन बात ट्रस्टी जितेंद्र फुलारा ने की। फुलारा प्रापर्टी डीलर हैं। जितेंद्र ने बताया कि हम केदारनाथ धाम बना रहे हैं। हूबहू यानी प्रतिमूर्ति। मैंने पूछा कि क्या यह मंदिर कत्यूरी शैली में ही बनेगा? उसने बताया कि जैसा मंदिर केदारनाथ में है तो वैसा ही बना रहे हैं।यह तीन एकड़ जमीन है। जमीन सुरेंद्र रौतेला ने खरीद कर ट्रस्ट को दान की है। मंदिर का डिजाइन आर्किटेक्ट कपिल त्यागी ने तैयार किया है। मंदिर लगभग ढाई साल में तैयार होगा।

चौखुटिया के मूल निवासी जितेंद्र फुलारा के मुताबिक केदारनाथ से जो शिला लाए थे वह भक्तों के दर्शन के लिए रख दी गयी है। मैंने सवाल किया कि शिला कहां से लाए? उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर से। मैंने कहा कि ऐसे कैसे मंदिर के अंदर से शिला तोड़कर ला सकते हो? जितेंद्र ने स्पष्ट किया कि मंदिर की शिला नहीं तोड़ी, वहां के पुजारियों ने शिला की पूजा-अर्चना कर हमें दी।

क्या केरल के पुजारी भी यहां होंगे? तो जितेंद्र का कहना था कि मंदिर निर्माण के बाद यह प्रबंधन कमेटी तय करेगी। मैंने सवाल किया कि मंदिर कितने में बनेगा। उसने बताया लगभग 20 करोड़ रुपये में। ये 20 करोड़ आएंगे कहां से? जितेंद्र ने बताया कि लोग बढ़-चढ़कर डोनेशन दे रहे हैं। उनके मुताबिक 20 -35 फाउंडर मेम्बर हैं और बाकी ट्रस्टी हैं। हर समाज के लोग जुड़े हैं। सुरेंद्र रौतेला सल्ट के रहने वाले हैं और आनंद पर्वत में डेफोडील स्कूल चलाते हैं। जितेंद्र बताता है कि रौतेला की भगवान शिव में बड़ी आस्था है। तो मैंने सवाल किया कि उन्होंने जागेश्वर धाम क्यों नहीं बनाया? जितेंद्र कहता है कि बाबा की यही इच्छा थी कि केदारनाथ धाम बने। हालांकि अब सुरेंद्र रौतेला इस बात से मुकर रहे हैं कि यहां धाम बनेगा। उनके मुताबिक यह केदारनाथ मंदिर है। इस मामले में राजनीति हो रही है।

बहरहाल, यह मंदिर है या धाम। यह विवाद हो सकता है लेकिन सच यह है कि पूरे मामले में सीएम धामी की फजीहत हो गयी है। यदि इसी तरह से उनके सलाहकार उन्हें सलाह देते रहेंगे तो जल्द ही उनकी लुटिया डूब जाएगी। बीकेटीसी के अध्यक्ष बेचारे अजेंद्र अजय सीएम के बचाव में आ रहे हैं लेकिन अब क्या हो सकता है जब चिड़िया चुग गयी खेत। संभलो धाकड़ धामी जी।


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