ममता बनर्जी के बयान के बाद किरण रिजूजू ने बोला उनपर हमला, कहा – ‘बंगाल में कानून की जगह तृणमूल के नियमों का शासन लागू’
केंद्रीय विधि मंत्री किरेन रिजूजू ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में ‘कानून के शासन’ के बजाय ‘तृणमूल के कानून का शासन’ लागू है। बता दें कि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को एक कार्यक्रम में न्यायपालिका और विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं से ‘लोकतंत्र बचाने’ का आह्वान करते हुए कहा था कि ‘कुछ लोग’ सभी लोकतांत्रिक शक्तियों का दमन कर रहे हैं।
ममता बनर्जी ने बोला था केंद्र पर हमला
उन्होंने कहा था कि यही चलन जारी रहा तो एक दिन आएगा जब देश में राष्ट्रपति शासन लगेगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम लिए बिना उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके पीछे सत्तारूढ़ पार्टी है। ममता ने वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरीडिकल साइंसेज (एनयूजेएस) के दीक्षांत समारोह में यह बात कही। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
जवाब में किरण रिजूजू ने किया ट्वीट
किरण रिजूजू ने ट्वीट किया, ‘‘ ममता दीदी पश्चिम बंगाल का सच बता रही थीं, क्योंकि तृणमूल न्यायपालिका का रत्ती भर सम्मान करती है और न्यायाधीशों के लिए उनके मन में कोई सम्मान नहीं है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में ‘‘ कानून के शासन’’ के बजाय ‘‘तृणमूल के कानून का शासन’’ लागू किया है। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र दम तोड़ रहा है।’’
Mamata didi is telling the truth about West Bengal because TMC party has scant regard for the Judiciary and no respect for the Judges.
They have established ‘Rule by TMC law’ usurping the "Rule of Law". And Democracy is bleeding, and crying in West Bengal. https://t.co/wFzhhmyA5W— Kiren Rijiju (मोदी का परिवार) (@KirenRijiju) October 30, 2022
ममता बनर्जी और केंद्र का कई मौकों पर हो चुका है टकराव
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कई मौकों पर राज्य व केंद्र सरकार की शक्तियों को लेकर केंद्र सरकार के साथ टकराव की स्थिति रही है। ममता ने दावा किया था कि लोगों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि उनका मानना है कि न्यायपालिका को उनके तारणहार के रूप में काम करना होगा।