अनिल देशमुख ने ED को लिखा लेटर, कहा- इसलिए पूछताछ के नहीं हो सकता हूं पेश
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ईडी को लेटर लिखकर पेश नहीं होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि मैं ‘इन परसन’ नहीं आकर डिजिटल मध्यान से अपना स्टेटमेंट दर्ज कराना चाहता हूं।
अनिल देशमुख ने अपने पत्र में लिखा, ”मैं 72 साल का हूं और मुझे कई बीमारियां है। इसलिए मैं ‘इन परसन’ नहीं आकर डिजिटल मध्यान से अपना स्टेटमेंट दर्ज कराना चाहता हूं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मैं अपना बयान दर्ज कर सकता हूं जब भी ईडी कहे।”
उन्होंने ने अपने लेटर में इस बात का भी जिक्र किया कि 25 जून को कई घंटे उनका स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया। देशमुख ने आरोप लगाया कि 72 साल की उम्र में उन्हें कोरोना का भी खतरा महसूस हो रहा है, क्योंकि पिछली बार पूछताछ के दौरान ईडी के कई अधिकारी सोशल डिस्टनिंग मेनटेन नहीं कर रहे थे।
देशमुख ने अपने लेटर में ये भी लिखा कि ईडी ने अपने लेटर में ये बात साफ तौर पर नहीं लिखा है कि मुझे किस लिए ईडी दफ्तर आना है। मीडिया रिपोर्ट्स से मुझे जानकारी मिली कि ईडी ने दो ऐसे लोगो की गिरफ्तारी की है, जो मुझसे जुड़े है। मुझे पर्सनली ईडी दफ्तर आना है, इससे जुड़े दस्तावेज भी मुझे नहीं मिले है। मुझे ECIRकी कॉपी दिए बिना व्यक्तीगत रूप से पेश होने के लिए कहना यह ये प्रतित करता हैं कि मेरे खिलाफ दुर्भावना से कार्रवाई हो सकती हैं।”
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ”मुझे यकीन हैं कि आप कानून के चार दिवारों के दायरे में रहकर काम करेंगे और मुझे अपनी बात कहने के हक से महरुम नहीं करेंगे। मुझे यकीन हैं कि आप मुझे ECIR की कॉपी देंगे या कौन से जरूरी दस्तावेज चाहिए वो बतायेंगे।”
अनिल देशमुख के वकील कोर्ट नही जाएंगे
अनिल देशमुख के वकील ने कहा की फिलहाल कोर्ट नहीं जाएंगे यानी अभी अग्रिम जमानत की अर्जी नहीं करेंगे। ED से समय लेकर अपना पक्ष रखेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। वकील इंद्रपाल सिंह का कहना है कि अभी हम अग्रिमन जमानत फ़ाइल नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, ”अगर ED दस्तावेज देती है तो अध्ययन करने के बाद जवाबों के साथ अनिल देशमुख ED आएंगे। कोविड है और उनकी तबियत ठीक नहीं रहती, इसलिए इन सब के चलते वो नहीं आ रहे है। अनिल देशमुख जांच में सहियोग कर रहे है और वो फरार नहीं है यही हैं।”