अंकिता हत्याकाण्डः गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह ने बुलडोजर चलाये जाने पर उठाये सवाल
देहरादून। उत्तराखण्ड के पूर्व सीएम और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि बनंत्रा रिजॉर्ट में बुल्डोजर चलाये जाने से सूबूत नष्ट किये गये है। उन्होंने कहा कि सीज घटनास्थल पर बुलडोजर चलाने से सबूत कैसे मिलेंगे। उन्होंने कहा जिस तरह से घटना घटी और उसके बाद फिर बुलडोजर चलाना गलती है महान गलती है। यह क्यों हुआ? किसके कहने पर हुआ है? यहां जांच का विषय है। लेकिन मामले में समय-समय पर निर्णय बदलना गलत है। हालांकि उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री इस मामले में एसआईटी जांच कर रही है। दोषी हिरासत में है।
एसआईटी कर रही है पूरे मामले की जांच
आपको बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनतारा रिसॉर्ट में काम करने वाली अंकिता भंडारी की बीते दिनों चीला पावर हाउस नहर से लाश बरामद हुई थी। इससे पहले 18 सितंबर से अंकिता लापता चल रही थी। अब इस केस में रिसॉर्ट संचालक पुलकित आर्य के अलावा प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता आरोपी हैं। तीनों आरोपी जेल में है। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग
सामाजिक संगठन अंकिता हत्याकाण्ड की तफ्तीश पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। इन सामाजिक संगठनों की मांग कि घटना वाले दिन वहां मौजूद वीआईपी के नाम को उजागर किया जाए। इसको लेकर ये सामाजिक संगठन लगातार आवाज भी उठा रहे हैं। इन सामाजिक संगठनों का आरोप है कि आरोपी सत्ता पक्ष से ताल्लुक रखते थे लिहाजा मामले में शुरू से ही लीपापोती की गई। हालांकि भाजपा ने आरोपियों को भाजपा से बाहर निकाल दिया है।