31 मार्च से दिल्ली में आंदोलन करेंगे अन्ना हजारे
केंद्र सरकार द्वारा लोकपाल बिल में किए गए संसोधन से गांधीवादी नेता अन्ना हजारे नाराज हैं। वे इसे लेकर 31 मार्च से दिल्ली में आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा लोकपाल बिल पर अमल होता तो देश से 85 फीसदी भ्रष्टाचार खत्म हो जाता।
कांग्रेस और भाजपा में अंतर की बात पर अन्ना हजारे ने कहा, ‘मैंने पूर्व में भी कहा था नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के दिमाग में उद्योगपति बैठे हैं। जब तक किसान नहीं बैठेगा, देश का भविष्य नहीं है। हजारे खजुराहो में 2 दिवसीय राष्ट्रीय सूखा मुक्त जल सम्मेलन में बोल रहे थे। सम्मेलन का आयोजन जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने किया है।
2011 के आंदोलन के बाद मनमोहन सरकार ने लिखित आश्वासन दिया था, कानून बनाएंगे। बाद में धोखाधड़ी की। 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार आई, आश्वासन दिया था कि सत्ता में आए तो लोकपाल बिल पर अमल करेंगे। 2014 में काननू पर यह संसोधन बिल लाए। 27 जुलाई 2016 को दूसरा संसोधन बिल लाए। इसे 1 दिन में बिना बहस पास कर दिया। बिल से यह बात निकाल दी कि सभी सरकारी अफसर अपनी पत्नी और बच्चों की संपत्ति का ब्योरा हर साल 31 मार्च तक देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ बोलते हैं भ्रष्टाचार मुक्त भारत निर्माण करना है। दूसरी तरफ कमजोर करने वाला बिल लाए।
अन्ना हजारे ने आगे कहा भ्रष्टाचार कहां कम हुआ? पूरे देश के लोग आते हैं बोलते हैं पैसे दिए बिना काम नहीं होता। फोर्ब्स ने रिपोर्ट दी भ्रष्टाचार में एशिया में पहले नंबर पर भारत। भ्रष्टाचार नहीं होता तो रिपोर्ट क्यों आती। प्रधानमंत्री मन की बात तो कहते हैं, लेकिन 3 साल में किसान की बात नहीं कही।