लद्दाख दौरे के बाद सेना प्रमुख का बयान, LAC पर स्थिति नाजुक
चीन से चल रहे तनाव के बीच भारतीय थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकंद नरवणे दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं। यहां पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए एलएसी पर दोनों देशों के बीच विवाद को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि LAC पर स्थिति नाजुक है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सेना हर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
ऑर्मी चीफ ने कहा कि मैंने लेह पहुंचने के बाद विभिन्न स्थानों का दौरा किया। मैंने अधिकारियों, जेसीओ से बात की और तैयारियों का जायजा लिया। जवानों का मनोबल ऊंचा है और वे सभी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि सीमा पर हालात तनावपूर्ण हैं, लेकिन उनको भरोसा हैं कि यह बातचीत से सुलझ सकते हैं।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने कहा, “एलएसी के साथ स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए हमने अपनी सुरक्षा और सुरक्षा के लिए एहतियाती तैनाती की है, ताकि हमारी सुरक्षा और अखंडता की रक्षा हो सके।” उन्होंने कहा, ‘हमें पूरा यकीन है कि वार्ता के माध्यम से जो भी अंतर है, उसे हम हल करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यथास्थिति नहीं बदली जाए और हम अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम हों।’
आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने एलएसी की वर्तमान स्थिति पर कहा, ‘पिछले 2-3 महीनों से स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन हम चीन के साथ सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर लगातार बात कर रहे हैं। दोनों तरफ से बातचीत जारी है और भविष्य में भी जारी रहेगी।’ आर्मी चीफ ने कहा, “वे (जवान) अत्यधिक प्रेरित हैं। उनका मनोबल ऊंचा है और वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारे अधिकारी और जवान दुनिया में सबसे अच्छे हैं और उनपर ना केवल ऑर्मी को बल्कि राष्ट्र को भी गर्व है।”
लद्दाख में स्थिति
भारतीय सेना द्वारा 29 और 30 अगस्त की रात को लद्दाख में चुशुल के पास पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट के पास भारतीय क्षेत्र में घुसने के चीनी ऑर्मी के प्रयास के बाद लद्दाख में सेना प्रमुख में दौरा किया है। सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने एक बयान में कहा कि 29-30 अगस्त की रात पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध के दौरान सैन्य और राजनयिक बातचीत के वाबजूद पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया और यथास्थिति को बदलने के लिए उत्तेजक सैन्य आंदोलनों को अंजाम दिया।