ऑमिक्रान को देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से की अपील, ‘PM साहिब कृपया उड़ानें तुरंत बंद करें’
नियाभर में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन Omicron की बढ़ी दहशत को देखते हुए देश में विदेशों से आने वाली हवाए उड़ाने बंद किए जाने की मांग उठ रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से केंद्र सरकार से अपील की है कि हवाई उड़ानों पर रोक लगा दी जाए। केजरीवाल ने ट्वीट संदेश के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह अपील की है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “कई देशों ने ऑमिक्रान प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानें बंद कर दी हैं। हम देरी क्यों कर रहे हैं? पहली वेव में भी हमने विदेशी उड़ानें रोकने में देरी कर दी थी। अधिकतर विदेशी उड़ानें दिल्ली में आती हैं, दिल्ली सबसे ज़्यादा प्रभावित होती है। PM साहिब कृपया उड़ानें तुरंत बंद करें।” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार पहले भी केंद्र सरकार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने की अपील कर चुके हैं
कई देशों ने ऑमिक्रान प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानें बंद कर दी हैं। हम देरी क्यों कर रहे हैं? पहली वेव में भी हमने विदेशी उड़ानें रोकने में देरी कर दी थी। अधिकतर विदेशी उड़ानें दिल्ली में आती हैं, दिल्ली सबसे ज़्यादा प्रभावित होती है। PM साहिब कृपया उड़ानें तुरंत बंद करें https://t.co/A3a1QKz7pz
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 30, 2021
ब्रिटेन और कई अन्य देशों में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर पहले से ही अधिक प्रतिबंध लागू हो चुके हैं। दरअसल, जापान ने सभी विदेशी पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं। वायरस के इस संस्करण को वीओसी घोषित करने में जो तेजी दिखाई गई है, वह हैरान करने वाली है। बोत्सवाना और दक्षिण अफ्रीका में इस वायरस के पहले ज्ञात संक्रमण के बाद से दो सप्ताह से थोड़ा अधिक समय ही बीता है।
ओमिक्रोन की तुलना डेल्टा संस्करण से करें जो वर्तमान में यूरोप और दुनिया के कई अन्य हिस्सों में सक्रिय है, तो उसे VOC का दर्जा मिलने में कम से कम छह महीने का समय लगा था। डेल्टा द्वारा उत्पन्न खतरे को पहचानने में निश्चित रूप से सुस्ती दिखाई गई थी, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि वायरस के खतरनाक नए रूपों के बारे में जल्द से जल्द दुनिया को बताने के महत्व के बारे में सबक सीखा गया है, लेकिन यह देरी नये संस्करण की क्षमताओं के संबंध में पुख्ता सुबुत देने में आने वाली कठिनाइयों को भी प्रतिबिंबित करती है।