मुख्यमंत्री आवास 7 दिन में छोड़ेंगे केजरीवाल, जानें कहां रहेंगे? क्या मिलेंगी सुविधाएं
आम आदमी पार्टी के नेशनल कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अब वे अगले 7 दिन में मुख्यमंत्री आवास छोड़ देंगे। हालांकि मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद सरकारी घर खाली करने के लिए 3 महीने का समय दिया जाता है, लेकिन अरविंद केजरीवाल इतना समय नहीं लेना चाहते। इसलिए वे 7 दिन के अंदर ‘शीशमहल’ खाली कर देंगे। यह जानकारी आज AAP सांसद संजय सिंह ने आज मीडिया को दी, लेकिन सरकारी आवास छोड़ने के बाद बाद केजरीवाल कहां रहेंगे? आइए जानते हैं…
अब अरविंद केजरीवाल सिर्फ विधायक रहे गए
AAP सांसद संजय सिंह ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब सिर्फ विधायक रह गए हैं। ऐसे में उन्हें बतौर विधायक मिलने वाली सरकारी सेवाएं, वेतन और भत्ते ही मिलेंगे। वे नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक हैं, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री को सरकारी आवास अलॉट करने का प्रावधान नहीं है, इसलिए उन्हें सरकारी आवास तो नहीं मिलेगा। ऐसे में उन्हें अपना ठिकाना खुद तलाशना होगा। मुख्यमंत्री पद छोड़ते ही अरविंद केजरीवाल को बतौर मुख्यमंत्री मिलने वाला सरकारी घर, सरकार गाड़ी, सरकारी सुरक्षा सब छोड़ना होगा। वहीं संजय सिंह की इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को विरोधियों ने ढकोसला करार दिया और कहा कि केजरीवाल को त्याग की मूर्ति बताने की कोशिश हो रही।
अपना घर नहीं तो क्या किराये के घर में रहेंगे?
विधानसभा चुनाव 2020 के लिए दर्ज चुनावी हलफनामे के अनुसार, अरविंद केजरीवाल के पास अपना कोई घर नहीं है। न ही उनके पास अपनी कार है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या केजरीवाल अब किराये के मकान में रहेंगे? वहीं सूत्रों के अनुसार, नेशनल पॉलिटिकल पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते उन्हें सरकारी घर मिल सकता है, लेकिन क्या वे सरकारी घर लेंगे? यह भी एक सवाल है। अपनी पार्टी का ऑफिस बनाने के लिए भी उन्हें मुश्किल से जगह मिली। वहीं चर्चा है कि केजरीवाल सेंट्रल दिल्ली में अपने लिए ठिकाना तलाश रहे हैं।