आर्यन छात्र संगठन ने डीएम को सौपा ज्ञापन, कहा- भर्ती घोटालों की सीबीआई से कराई जाय जांच
देहरादून। उत्तराखंड में भर्ती प्रक्रिया में हुई धांधली के संबंध में आर्यन छात्र संगठन उत्तराखंड द्वारा शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया। आर्यन छात्र संगठन के कार्यकर्ता शुक्रवार को अपराहन एक बजे जिलाधिकारी कार्यालय कचहरी परिसर देहरादून पहुंचे और उत्तराखण्ड में भर्ती में धांधली पर सीबीआई जांच की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में आर्यन छात्र संगठन ने कहा कि उत्तराखण्ड में नौकरी माफियाओं का बोलबाला है। पटवारी, लेखपाल, पुलिस कांस्टेबल, पुलिस सब इंस्पेक्टर, फॉरेस्ट गार्ड और विधानसभा में नियम कायदों को ताक पर रख कर भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देकर नियुक्तियों की बंदरबांट की गई है। इतना ही नहीं, कुछ माफियाओं द्वारा गरीब और मध्यम वर्ग की हिस्से की नौकरी पैसा लेकर अमीरों और सरकार के करीबी लोगों को बेची जा रही है। नौकरियों में भ्रष्टाचार उत्तराखण्ड की विधानसभा तक पहुंचा है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। भर्ती पर भर्ती, परीक्षा पर परीक्षा रद्द हो रही है और सरकार सिर्फ जांच का आदेश देकर प्रदेश के युवाओं के साथ मजाक कर रही है।
रोजगार की आस में बैठे युवाओं के सपनों से खेलने वालों पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। भर्तियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तराखण्ड आर्यन छात्र संगठन अपना पूर्ण विरोध दर्ज करता है। आर्यन छात्र संगठन ने कहा कि उक्त सभी भर्तियों की तत्काल सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई को जांच सौंपी जाय और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय। राज्य हित छात्र संगठन के लिए सर्वाेपरि है अगर नौजवानों सरकार का यही सौतेला व्यवहार रहा तो संगठन किसी भी हद तक युवाओं बेरोजगार के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ मैदान में उतरेगा।
यदि तय समय रहते सरकार उक्त भर्ती प्रकरण की जांच सीबीआई को नहीं सौंपती है तो आर्यन छात्र संगठन उत्तराखण्ड प्रदेश भर में उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।