विपक्ष को पूछने चाहिए कड़े सवाल लेकिन सरकार को भी जवाब देने दे-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि विपक्ष को कड़े सवाल पूछने चाहिए, लेकिन सरकार को उन्हें संसद में जवाब देने की भी अनुमति देनी चाहिए।
पीएम मोदी ने संसद भवन परिसर में मीडियाकर्मियों से कहा, ”ये सदन परिणामकारी, सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो, देश की जनता जो जवाब चाहती है वो जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है। मैं सभी सांसदों और राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि वो तीखे से तीखे सवाल पूछें लेकिन सरकार को शांत वातावरण में जवाब देने का मौका भी दें।” उन्होंने कहा, “इससे लोकतंत्र को बढ़ावा मिलेगा, लोगों का विश्वास मजबूत होगा और विकास की गति में सुधार होगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”मैं आशा करता हूं कि आप सबको वैक्सीन की कम से कम एक ड़ोज लग गई होगी। वैक्सीन बाहु पर लगती है और जब वैक्सीन बाहु पर लगती है तो आप बाहुबली बन जाते हैं। अब तक 40 करोड़ से ज़्यादा लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बाहुबली बन चुके हैं।”
पीएम ने कहा, ”इस महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है, इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो। सभी व्यावहारिक सुझाव सभी सांसदों से मिलें ताकि महामारी के खिलाफ लड़ाई में नयापन आ सके और कमियों को भी ठीक किया जा सकता है।” उन्होंने कहा, ”मैंने सभी फ्लोर लीडर्स से आग्रह किया है कि अगर वे कल शाम को कुछ समय निकाल सकते हैं तो मैं उन्हें महामारी के बारे में पूरी जानकारी देना चाहूंगा। हम चाहते हैं कि संसद के अंदर और संसद के बाहर फ्लोर लीडर्स से भी चर्चा हो।”
प्रधानमंत्री ने कल कहा था कि सरकार एक उत्पादक सत्र की प्रतीक्षा कर रही है जहां सभी मुद्दों पर रचनात्मक तरीके से चर्चा और चर्चा की जा सके।
सदन के सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि लोगों से संबंधित मुद्दों को सौहार्दपूर्ण तरीके से उठाने के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना सभी की जिम्मेदारी है।