विधानसभा चुनाव 2011- पांच राज्यों में चुनाव का ऐलान कभी भी संभव, यूपी में 8 चरणों में मतदान की संभावना
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों के अब कभी भी ऐलान हो सकता है। इस सिलसिले में चुनाव आयोग ने अपनी सभी तैयारी लगभग पूरी कर ली है। बताया जा रहा है कि इस हफ्ते या फिर अगले हफ्ते में कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। आपको बता दें कि साल 2017 में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर सहित इन पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा चार जनवरी को हुई थी।
जानकारी के मुताबिक कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा करने के पक्ष में है। इससे चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों की ओर से हो रही बड़ी रैलियों और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर जल्द अंकुश लग सकेगा। यदि चुनाव की घोषणा में कुछ देरी होती है, तब भी आयोग कोरोना से जुड़े दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू कराने और भीड़ पर लगाम लगाने का काम कर सकता है।
वहीं जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उनमें कोविड-19 के हालात का आकलन करने के कुछ दिन बाद निर्वाचन आयोग ने उनसे कोविड टीकाकरण अभियान को तेज करने और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि चुनाव ड्यूटी पर लगाये गये लोगों ने दोनों खुराक लगवा रखी हों।
यह इसलिए भी जरूरी है यदि जल्द सख्त न बरती गई तो इन सभी राज्यों में कोरोना का संक्रमण और तेज हो सकता है। वैसे भी सभी चुनावी राज्यों में कोरोना के संक्रमितों की संख्या अचानक से बढ़ गई है। ऐसे में रैलियों और भीड़ भरे आयोजनों पर रोक नहीं लगी तो स्थिति गंभीर होगी।
सूत्रों के मुताबिक, कोरोना के चलते मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या कम की जा सकती है। अभी हर बूथ पर 1000 से 1500 मतदाता हैं। आयोग मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा चुका है।