September 22, 2024

शिक्षा विभाग में बैकडैट के तबादलों की भरमार!

देहरादून। शिक्षा विभाग में बड़े मैमाने पर रोज तबादलों की सूचियां सामने आ रही हैं। मजेदार बात यह है कि पिछले दो तीन दिन के भीतर सामने आई तबादला सूयियों में 10, 11 और 12 जुलाई की तारीखं पड़ी है। इन सूचियों को देखकर लग रहा है कि तबादलों का यह खेल बैकडेट में हो रहा है।

सरकार के आदेश के अनुसार इस बार दबादलों के लिए 10 जुलाई तक की डैटलाइन तय की गई थी। पिछले दो तीन दिन के भीतर प्रवक्ताओं व एलटी शिक्षकों के करीब 500 से अधिक तबादला आदेश मीडिया के हाथ लगे। इन सूचियों को देखा जा तो उनमें तरीखे कम से कम पांच से छह दिन पुरानी पड़ी थी।

दिलचस्प है कि शिक्षकों की शासन और शिक्षा मुख्यालय में जबरदस्त पकड़ मानी जाती हैं। शासन से जारी होने वाले ज्यादातर आदेश भी शिक्षकों तक कुछ घंटों के भीतर पहुंच जाते है और उतनी ही तेजी से ये आदेश वायरल भी हो जाते है। ऐसे में यह कैसे संभव है कि विभागीय तबादलों की जानकारी शिक्षकों को मीडिया के माध्यम से पता चले।

जाहिर है कि शिक्षकों के तबादलों के अनुमादेन लेने के बाद ज्यादातर तबादलें बैकडेट में किए गये है। प्रधानचार्यों का एक आदेश दो दिन पहले की तारीख में जारी हुआ है। 20 प्रधानाचार्या की इस सूची में चार का तबादला गंभीर बीमारी या दाम्पत्य कारणों में किया गया है।

विभाग के भी ही इस बात की चर्चा है कि जिसका जुगाड़ है, उसकी मनचाही पोस्टिंग मिल रही और जिसका कोई पूछने वाला

नहीं है, उसको एक्ट के बहाने वहीं पड़े रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
विभाग में इस बार 15 फीसद शिक्षकों का तबादले करने के आदेश दिये गये है, ताकि दुर्गम से अधिक शिक्षकों को नीचे उतारा जा सके। यद्यपि शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि दुर्गम की सेवा वाले शिक्षकों को तबादलों में प्राथमिकता दी जाए। इसके बावजूद शिक्षकों की एक बड़ी तादाद तबादला सूचियों के बाद भी मन मसोस कर रह गई है।


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