महिला अपराधों को लेकर बहुजन क्रांति मोर्चा हुआ मुखर, देशव्यापी आंदोलन की दी चेतावनी।
देहरादून। बहुजन क्रांति मोर्चा ने दलितों के शोषण और महिलाओं पर बढ़ते अपराधों को लेकर गुरूवार को देहरादून के गांधी पार्क पर धरना दिया। इस मौके पर मोर्चा ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। मोर्चा ने हाथरस में एक दलित युवती के बलात्कार के बाद हत्या की घटना की घोर निंदा की। मोर्चा ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि देश में यह पहला मामला नहीं है। मोर्चा ने बताया देश के अलग-अलग भागों में इस तरह के कई मामले हो चुके हैं। इस तरह का सिलसिला लगातार जारी है। दंबग किस्म के लोग दलितों का शोषण कर रहे हैं। हत्या और बलात्कार जैसे संगीन अपराधों को अंजाम देने वाले देश खुले आम घूम रहे हैं। देश में कानून व्यवस्था चौपट है। मोर्चा ने कहा कि अपराधी घटना को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं। और पुलिस और प्रशासन उनको गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हो रही है।
मोर्चा ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि बलात्कार के मामलों में पीड़ित परिवारों को सरकार की तरफ से सुरक्षा मुहैया कराई जाए। पीड़ित सपरिवार को एक करोड़ का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। धरने में बैठे आदर्श सभा के संयोजक कुलदीप सनवाल ने कहा कि देश में बेटियां असुरक्षित हैं। आये दिन देश के किसी ना किसी भाग में बलात्कार और हत्या जैसे मामले आते हैं। अपराधियों को कानून का खौफ भी नहीं रहा। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि बलात्कार और हत्या जैसे संगीन मामले में सख्त कानून लाया जाना चाहिए जिससे दंबग और इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले दरिंदों को तुरन्त सजा मिल सके।
बहुजन क्रांति मोर्चा के संयोजक ने बताया कि दलित शोषण, बलात्कार और तमाम मुददो को लेकर मोर्चा चरणबद्ध तरीके से राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर रही है। उन्होंने का दूसरे चरण में देश के सभी जिला मुख्यालयों में 15 अक्टूबर को मोर्चा धरना दे रही है। तीसरे चरण के तहत 22 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश बंद का आहावन किया जाएगा। 30 अक्टूबर को देशव्यापी जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अपराधी तत्व और बलात्कारियों को फांसी की सजा नहीं दी गई तो मोर्चा देशव्यापी आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएगी और इसकी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होगी।