September 22, 2024

दुर्गा पूजा में उमड़ी भीड़ बंगाल पर पड़ी भारी, 5 दिनों में कोरोना के मामले हुए डबल

दुर्गा पूजा के दौरान पश्चिम बंगाल में उमड़ी भीड़ अब भारी पड़ रही है. कोरोना की मंद पड़ती रफ्तार के बीच पश्चिम बंगाल में बीते कुछ दिनों से एक बार फिर से संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. इतना ही नहीं, राज्य में पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ता जा रहा है. 16 अक्टूबर को जहां बंगाल में कोरोना के 443 नए मामले आए थे, तो वहीं पिछले पांच दिनों में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है. बुधवार को बंगाल में कोविड-19 के 867 नए केस दर्ज किए हैं. बता दें कि दुर्गा पूजा का समापन 15 अक्टूबर को हुआ था.

विशेषज्ञ इसके लिए दुर्गा पूजा के दौरान भारी संख्या में भीड़ के जुटने और कोरोना नियमों की अनदेखी को सबसे बड़ी वजह बता रहे हैं. राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लगने वाले नाइट कर्फ्यू को दुर्गा पूजा के दौरान 10 दिनों के लिए हटा गया था. हालांकि, गुरुवार यानी आज से इसे फिर लागू किया जा रहा है.

पॉजिटिविटी रेट में आया उछाल

पॉजिटिविटी रेट में भी तेजी से उछाल देखा गया है. यह 20 अगस्त को जहां 1.6 फीसदी ही थी तो वहीं 20 सितंबर को 1.9 फीसदी और 20 अक्टूबर को 2.4 फीसदी तक पहुंच गया है. राज्य में एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विस डॉक्टर्स के जनरल सेक्रटरी डॉक्टर मानस गुप्ता ने कहा, “पूजा बीते हफ्ते ही हुई लेकिन त्योहारों के लिए खरीदारी काफी पहले शुरू हो गई थी. दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों में भारी भीड़ देखी गई और कोलकाता के साथ ही उसके आसपास के इलाके के लोग भी सड़कों पर दिखे. कोरोना नियमों का लगातार उल्लंघन किया गया.”

पूजा के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग की उड़ी धज्जियां

कोरोना की पहली लहर में बंगाल के अंदर बीते साल 22 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 4 हजार 157 केस दर्ज किए गए थे. वहीं, कोरोना की दूसरी लहर में बंगाल के अंदर सबसे ज्यादा 20 हजार 846 केस इस साल 14 मई को सामने आए थे. महामारी को लेकर बीते साल ममता बनर्जी की बनाई एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य सुकुमार मुखर्जी कहते हैं, “अगले दो हफ्ते काफी अहम होने वाले हैं क्योंकि संक्रमण के केस बढ़ सकते हैं. इस साल हमने देखा कि कोरोना नियमों की लगातार धज्जियां उड़ाई गई. कई लोगों ने मास्क तक नहीं पहना, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजिंग पर भी ध्यान नहीं दिया.”


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