ब्राजील द्वारा कोवैक्सीन कांट्रैक्ट को रद्द करने के बाद भारत बायोटेक ने दिया ये जवाब
ब्राजील द्वारा सौदे में गड़बड़ी के आरोपों के बाद कोवैक्सीन से कांट्रैक्ट को रद्द करने की घोषणा के बाद भारत बायोटेक ने कहा कि उसे कोई एडवांस भुगतान नहीं मिला है और न ही लैटिन अमेरिकी राष्ट्र को टीकों की आपूर्ति की गई है।
भारतीय बहुराष्ट्रीय बायोटेकनालाजी फर्म ने कहा कि 8 महीने की लंबी प्रक्रिया के दौरान कांट्रैक्ट और नियामक अनुमोदन के लिए चरण-दर-चरण दृष्टिकोण का पालन किया गया था।
कंपनी ने कहा कि उसे भारत के बाहर की सरकारों को आपूर्ति के लिए प्रति खुराक 15-20 अमेरिकी डालर के बीच टीके की कीमत के साथ 4 जून को आपातकालीन उपयोग स्वीकृति (ईयूए) प्राप्त हुई। भारत बायोटेक ने कहा कि ब्राजील के लिए कीमत भी 5 अमेरिकी डालर प्रति खुराक पर दर्शायी गई है।
भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा, “स्वास्थ्य मंत्रालय, ब्राजील द्वारा कोवैक्सीन की खरीद के विशिष्ट मामले में नवंबर 2020 से 29 जून तक पहली बैठकों के बाद से इस आठ महीने की लंबी प्रक्रिया के दौरान कांट्रैक्ट और विनियामक अनुमोदनों के लिए चरण-दर-चरण दृष्टिकोण का पालन किया गया है।” ,
हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता ने कहा, “ईयूए 4 जून को प्राप्त हुआ। 29 जून तक, भारत बायोटेक को कोई एडवांस भुगतान नहीं मिला है और न ही एमओएच ब्राजील को कोई टीके की आपूर्ति की गई है। भारत बायोटेक ने दुनिया भर के कई देशों में कांट्रैक्ट, नियामक अनुमोदनों और आपूर्ति के लिए समान दृष्टिकोण का पालन किया है, जहां कोवैक्सीन की सफलतापूर्वक आपूर्ति की जा रही है।”
ब्राजील ने संघीय नियंत्रक की सलाह पर 324 मिलियन डॉलर के कांट्रैक्ट को निलंबित करने का निर्णय लिया है, जिसने राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को अनियमितताओं के आरोपों में फंसाया है। ब्राजील के संघीय अभियोजकों ने फरवरी में हुई इस डील में तुलनात्मक रूप से उच्च कीमतों, जल्दबाजी में बातचीत और लंबित नियामक अनुमोदन का हवाला देते हुए सौदे की जांच शुरू कर दी है।
भारत बायोटेक का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में मीडिया में आई रिपोर्टों ने ब्राजील और अन्य देशों में कोवैक्सीन की खरीद प्रक्रिया को “गलत तरीके से प्रस्तुत” किया गया है। कंपनी ने कहा, “कोविड-19 टीकों और नियमित टीकाकरण के लिए कई टीकों की खरीद प्रक्रिया एक सामान्य प्रक्रिया का पालन करती है, जिसे व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है और उद्योग में स्थापित किया जाता है।”