बड़ी ख़बरः चुनावी हारें गिनाने पर हरीश रावत की मुख्यमंत्री रावत को खुली चुनौती!
देहरादून। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पूर्व सीएम हरीश रावत पर दिये बयान के बाद हरीश रावत के निशाने पर आ गये है। अब तक यह कहा जाता था कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत की बतौर मुख्यमंत्री के तौर पर न तो विपक्ष और न ही अपनी पार्टी के नेताओं से कोई चुनौती मिल पा रही है। जिसका एक कारण लोग त्रिवेन्द्र सिंह रावत को लेकर हरीश रावत की जुगलबंदी को भी महत्वपूर्ण मानते है। लेकिन अब वह दौर दूर हो चुका है और धीरे-धीरे 2022 भी नजदीक आ गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हरीश रावत की हार को लेकर एक बयान दिया है। जिसके बाद से हरीश रावत भी मैदान में कूद गये है और उन्होने त्रिवेन्द्र सिंह रावत को चुनौती तक दे डाली है।
पूर्व सीएम ने फैस बुक के माध्यम से कहा कि मुख्यमंत्री Trivendra Singh Rawat जी को मेरी चुनावी हारें गिनाने का बड़ा शौक है। मुख्यमंत्री जी, गिरते है सह सवार ही मैदान-ए-जंग में। मुझे हराने वाले लोगों को आज याद नहीं है, हारने वाला हरीश रावत आज भी लोगों की जुबां में जिंदा है। मेरी शुभकामना है आप 2022 का चुनाव भेंटें मगर याद रखना आप रिकॉर्ड बुक में जिंदा रहेंगे, मैं इसके बाद भी लोगों की भावना और जुबां में जिंदा रहूंगा। रहा सवाल इस बार के चुनाव का, क्या आप कहीं चुनाव में थे? क्या आपके नाम व काम पर किसी ने वोट मांगा? हरीश रावत, भूतपूर्व मुख्यमंत्री इस चुनाव में भी मतदाताओं के मध्य जिंदा था, उसके काम की, उसके सोच की चर्चा हो रही थी। खैर भगवान ने चाहा तो आपका घमंड जल्दी टूट जाएगा।
उधर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान से सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत भी असहज की स्थिति में आ गये है। दरसल अपने संदेश में हरीश रावत ने जो सवाल खडे किये है उससे त्रिवेन्द्र सिंह रावत के समर्थक और विरोधी भी मान रहे है कि हरीश रावत की बातों में दम तो है। ऐसे में त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अब इस विषय पर कुद बोलने से बेहतर मीडिया से दूरी बनाने के मन बना दिया है।