बड़ी खबर- राज्य सरकार की मेहनत लाई रंग, केदारनाथ रावल पहुंचे ऊखीमठ, खुद को किया क़वारन्टीन
रूद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के रावल 1008 जगतगुरु भीमशंकर लिंग जी महास्वामी, भगवान केदारनाथ के गद्दीस्थल, ऊषामठ (ऊखीमठ) पधार गए हैं। पिछले कुछ दिनों ने रावत जी के उत्तराखंड आने को लेकर संसय बना हुआ था, लेकिन धार्मिक महत्व को देखते हुए राज्य सरकार की सक्रियता से केदारनाथ धाम के रावल अपने आश्रम महाराष्ट्र के नांदेड़ से उत्तराखंड पहुंच गये है। महाराष्ट्र के नांदेडमें में भी रावल जी कही दिनों से अपने सेवकों के साथ एकान्तवास ही कर रहे थे। वंहा से चलने से पहले उनका स्वस्थ परीक्षण करवाया गया।
रविवार को रूद्रप्रयाग उखीमठ पहुंचे बाबा केदार के रावत जी का पुनः स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया। इसके साथ ही रावल जी ने खुद को ऊखीमठ में भी फिलहाल एकान्तवास में रहने का निर्णय लिया है। बाबा केदारधाम के रावत जी ने बताया कि पिछले 2 दिन में वह 2000 किलोमीटर गाड़ी से चलकर ऊखीमठ पंहुचे है । केदारनाथ धाम के रावल 1008 जगतगुरु भीमशंकर लिंग जी महास्वामी केदारनाथ के 324 वें रावल हैं । उनका कहना है कि ,धर्म और मठ की परंपरा की रक्षा के लिए वे अपने पूर्व रावलों गुरुओं की भांति कभी भी अपनी जान की भी परवाह नही करेंगे।