भाजपा नेता रिपुदमन रावत ने बद्रीनाथ विधान सभा सीट से पेश किया टिकट का दावा
गोपेश्वर। पूरा उत्तराखण्ड चुनावी रंग में रंग चुका है। सियासी दलों की बैठकें, रैली और मार्च का दौर शुरू हो चला है। इसकी साथ ही पार्टी के टिकट को लेकर नेताओं की दावेदारी का दौर भी शुरू हो गया है। जिससे प्रदेश में ठंड शुरू होने के साथ सियासी पारा चरम की तरफ बढ़ने लगा है।
बात सीमान्त बद्रीनाथ विधान सभा की करें तो यहां से पूर्व दर्जाधारी राज्यमंत्री और भाजपा नेता रिपुदमन सिंह ने विधानसभा चुनावों के लिए टिकट की दावेदारी पेश की है। मौजूदा समय में यहां से भाजपा नेता महेन्द्र भट्ट विधायक हैं। रिपुदमन रावत की टिकट की दावेदारी इस यहां अचानक सियासी पारा चढ़ने लगा है।
रिपुदमन रावत ने बताया है कि उन्होंने प्रदेश संगठन को पत्र दे कर अपनी दावेदारी को लेकर अवगत कराया है। रिपुदमन रावत पिछले सालों से पार्टी के विभिन्न पदों पर सक्रिय तौर पर जिम्मेदारी निभा रहे हैं। साल 1984 के बाद चमोली जिले में जिला महामंत्री, जिला अध्यक्ष, विभाग संयोजक, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य से लेकर हाल ही के हरियाणा की तिगाव विधान सभा चुनाव में चुनाव प्रभारी के तौर पर के रूप में जिम्मेदारी निभा चुके हैं।रिपुदमन रावत का राज्य आन्दोलन और श्री राम जन्मभूमि आन्दोलन में सक्रिय योगदान रहा।
रिपुदमन रावत कहते है कि पार्टी संगठन उन पर विश्वास जताती है तो निश्चित तौर पर उनके व्यापक क्षेत्रीय जनाधार का पार्टी को लाभ मिलेगा और वे रिकॉर्ड मतों से विजयी होंगे। बरहहाल सभी भावी प्रत्याशी, क्षेत्र भ्रमण कर क्षेत्रीय जनता की नब्ज टटोलने में लगे हुए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस सीमांत विधानसभा की राजनीति आने वाले समय में किस ओर मोड़ लेती है
कौन हैं रिपुदमन रावत‘
रिपुदपन रावत संघ से जु़ड़े बड़े नेता हैं जो पिछले 42 सालों संघ के जरिये समाज सेवा में जुटे हुए हैं। उन्होंने में 1984 में भाजपा को ज्वाइन किया। वे बतौर भाजपा कार्यकर्ता जिले में महामंत्री से लेकर जिलाध्यक्ष तक पार्टी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अलग उत्तराखण्ड आंदोलन में उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। साल 1989 में राम जन्म भूमि आंदोलन के दौरान वे पौड़ी जेल में भी रहे।
साल 1989 में उत्तरांचल राज्य आंदोलन दिल्ली बोट क्लब रैली तथा जिला चमोली जिले का संयोजक का दायित्व।
साल 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन में अयोध्या में प्रतिभाग एक माह की जेल जिला पौड़ी में
साल 1991 विधान सभा चुनाव में उत्तरप्रदेश भाजपा पार्लियामेट्री बोर्ड के निर्देश पर बद्रीकेदार विस
से नामांकन किया तत्पश्चात् सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड से केदार सिंह फोनिया का नाम तय होने पर नामांकनवापस लिया गया।
साल 1999 में उप्र सरकार द्वारा चमोली जिला सहकारी बैंक का प्रशासक नियुक्त
साल 2000 में जिला सहकारी बैंक चमोली के चुनाव में अध्यक्ष निर्वाचित
साल 2000 में भाजपा जिलाध्य के चुनाव में जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर रहते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष निर्वाचित।
साल 2002 में जिलाध्यक्ष रहते प्रदेश की पहली विधान सभा चुनाव में चमोली जनपद की 04 सीटों में से03 सीटों में जीतने में कामयाब
साल 2006 से 2009 प्रदेश कार्य समिति सदस्य
2009 से 2015 तक विशेष आमंत्रित सदस्य
साल 2019 से 2021 मार्च तक राज्य सरकार में उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड पेयजल अनुश्रवण परिषद का दायित्व