नशा मुक्त शादी की अनूठी पहल, बिना शराब वाली शादी में दुल्हन को मिलेंगे 10 हजार रुपये
देहरादून: शादी के आयोजनों को नशामुक्त बनाने को लेकर अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) महावीर सिंह बिष्ट की पहल रंग लाने लगी है। नशामुक्ति के उनके अभियान से प्रेरणा लेकर देव प्रयाग के थाना प्रभारी ने भी शादी समारोहों को नशामुक्त करने के लिए भुली कन्यादान स्कीम शुरू की है।
अपर निदेशक महावीर सिंह बिष्ट की शादी के आयोजनों को नशामुक्त बनाने के पहल से समाज के कई लोग आगे आये हैं। इस क्रम में अपर निदेशक बिष्ट के इस अभियान से प्रेरणा लेकर देवप्रयाग के थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने भी एक नेक पहल की शुरुआत की है।
महिपाल सिंह रावत ने ग्रामीण इलाकों में शादी समारोह में शराब परोसे जाने का विरोध करने वाली दुल्हन को 10 हजार 01 रुपये की पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने इस स्कीम का नाम ‘भुली कन्यादान स्कीम’ दिया है। वे देवप्रयाग थाना क्षेत्र के 101 गांवों में इस अभियान की शुरूआत करने जा रहे हैं। पौड़ी नैनीडांडा के रहने वाले महिपाल रावत बताते हैं कि इस पुरूस्कार राशि का इंतजाम थाने के सभी स्टाफ मिलकर अपने वेतन से करेंगे।
शादी को नशामुक्त रखने को और लोगों को जागरूक करने के लिए कुछ समय पहले अपर शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने अपने दोनों बेटों की शादी में शराब न परोसने का संकल्प लिया है। महावीर बिष्ट कहते है कि मौजूदा समय में शादी में शराब पार्टियों के चलन से इसका समाज में बुरा असर समाज में देखने को मिल रहा है। वे कहते है कि शादी तमाशा नहीं संस्कार है। ऐसे में शराब का प्रचार ठीक नहीं है।
उन्होंने एनएसएस शिविरों के जरिए गढ़वाल मण्डल में शादी के आयोजन को नशामुक्त बनाए जाने की मुहिम शुरू भी कर दी है। उन्होंने कहा कि एनएसएस से जुड़े छात्र-छात्राएं और कर्मचारी इस मुहिम को आगे बढ़ायेंगे।