नए बजट में रेलवे के लिए बड़ी घोषणाएं, ये बड़ा ट्रैक तैयार होगा पीपीपी मोड पर
बीते कई वर्षों की तरह इस बार भी रेलवे बजट की घोषणा आम बजट के साथ ही कर दी गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में रेलवे के सुधार और विस्तार के लिए 1,10,055 करोड़ रुपये की रुपये की राशि आवंटित की है। इसमें से 1,07,100 करोड़ रुपये केवल पूंजीगत व्यय के लिए है। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा है कि देश में 46 हजार किलोमीटर इलैक्ट्रिक रेल लाइन तैयार करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। इसके अलावा एनआरपी (National Rail Plan) 2023 के ड्राफ्ट को जल्द ही तैयार करने की दिशा में कोशिश की जा रही है। देश में इस समय एक निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन परियोजना भी मौजूद है, जो मुंबई को अहमदाबाद से जोड़ेगी।इस बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बजट अभूतपूर्व विषम परिस्थितियों में तैयार किया गया है। 2020 में हमने कोविड-19 के दौरान क्या-क्या सहन किया है उसे बताया नहीं जा सकता है।
इस बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये घोषणा भी की है कि- राष्ट्रीय रेल योजना 2030 तैयार हो गई है। भारतीय रेलवे के अलावा मेट्रो, सिटी बस सेवा को भी बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा। इसके लिए 18 हजार करोड़ रुपये की लागत लगाई जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि उद्योगों के लिए रेल माला भाड़ा कम करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। जून 2022 तक वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर और ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर (DFC and EDFC) को शुरु कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए ये भी कहा कि 2021-22 में पूर्वी डीएफसी का 263 किलोमीटर लंबा सोननगर गोमो खंड पीपीपी मोड में शुरू किया जाएगा।
– रेलवे के लिए एक लाख 10 हजार 55 करोड़ का आवंटन
– डीडीएफसी के पूर्वी सेक्टर को इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
– ब्रॉड गेज रास्तों का 100 फीसदी विद्युतीकरण दिसबंर 2023 तक पूरा होगा।
– पर्यटन वाले क्षेत्रों में विस्टाडोम कोच का प्रयोग।
– देश में 702 किलोमीटर मेट्रो रूट पहले से ही देश में मौजूद।
– मेट्रो के लिए 11 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान।
– 2030 से नई रेल योजना प्रारंभ होगी।
– दो तरह की मेट्रो सेवा- मेट्रो लाइट और मेट्रो नियो की शुरुआत की जाएगी।
– कुछ नए शहरों में मेट्रो सेवा शुरु की जाएगी।
– पश्चिमी और पूर्वी फ्रंट कॉरिडोर जून 2022 तक तैयार।
– फ्यूचर रेल रेडी सिस्टम बनाना बड़ा लक्ष्य।
– बिजली से चलने वाली ट्रेनों का विस्तार होगा।
– रेलवे डेडिकेटेड फ्रंट को आगे बढ़ाया जाएगा।