सावधान! डायबिटीज से प्रभावित मरीजों के लिए अलार्म, कोरोना ले सकता है जान
देहरादून: प्रदेश में बढ रहे कोरोना संक्रमितों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। दून अस्पताल की ओर से कराये गये एक अध्ययन में चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अब तक दून अस्पताल में कोरोनो से जंग लड़ रहे 130 मरीज दम तोड़ चुके हैं। लेकिन इसके लिए जितना जिम्मेदार कोरोना है उतना ही शुगर भी है।
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा कोरोना संक्रमण में किए गये अध्ययन में यह बात सामने आई है कि शुगर से प्रभावित लोगों के लिए कोरोना जानलेवा साबित हो रहा है।
अध्ययन के मुताबिक, दून अस्पताल में अभी तक 130 मरीजों की मौत हुई। इनमें से 85 मरीज ऐसे थे, जो कि पहले से डायबीटीज के साथ-साथ किसी अन्य गंभीर बिमारी से ग्रसित थे। अध्ययन में 85 मरीजों में से 78 मरीज ऐसे थे, जो कि डायबिटीज का शिकार थे।
दिल के मरीज रहे सावधान!
दून अस्पताल के अध्ययन में एक और चौकाने वाला तथ्य सामना आया है जिसमें डॉक्टरों ने यह देखा की मरने वालों में दूसरे नंबर पर दिल की बीमारियों से पीडित व्यक्ति हैं। वहीं तीसरे नंबर पर ब्लड प्रेशर, चौथे नंबर पर किडनी के मर्ज और पांचवें नंबर पर मोटापे से जुड़े मरीज शामिल हैं।
सरकार की सलाह “जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं”
सरकार ने अधिसूचना में कहा कि कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि सभी लोग इससे बचाव के सभी नियमों का पूर्णतः अनुपालन करें और सुरक्षित रहें। प्रदेश की सम्मानित जनता से अपील करते हुए सरकार ने कहा, कि यदि आपके घर में कोई कोरोना संक्रमित है तो अन्य सदस्यों को इस बीमारी से बचाने के लिए उसे 14 दिन होम क्वारंटाइन में रखना सबसे बेहतर उपाय है। हर जान मूल्यवान है इसलिए इस दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें साथ ही संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की जानी वाली आवश्यक सामग्रियों को अलग रखें।
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया, “कोरोना से संक्रमित अधिकांश लोगों की जान गंभीर बिमारी के कारण गई है। मेडिकल कॉलेज की ओर से एक अध्ययन कराया है। जिसमें पता चला है अब तक जिन 130 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है, उनके अध्ययन में शुगर से प्रभावित मरीज सबसे अधिक पाए गए हैं।“