चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने बढ़ाई प्रदेश की शान, एनआईआरएफ रैंकिंग में हासिल किए ऊंचे मुकाम
चंडीगढ़, 13 अगस्त: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) ने एक और उल्लेखनीय उपलब्धि अपने नाम कर ली है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा वर्ष 2024 के लिए जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में हकृवि ने देश के कृषि विश्वविद्यालयों में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2023 में यह पांचवें स्थान पर था, जिससे इस साल की रैंकिंग में इसकी बड़ी छलांग स्पष्ट दिखाई देती है।
कृषि शोध में भी बढ़त, ओवरऑल कैटेगरी में टॉप पर
हकृवि ने कृषि शोध संस्थानों में भी अपनी स्थिति मजबूत की है, 2023 में 10वें स्थान से 2024 में 7वें स्थान पर पहुंचकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही, ओवरऑल कैटेगरी में यह हरियाणा का एकमात्र सरकारी विश्वविद्यालय है जिसने शीर्ष विश्वविद्यालयों में जगह बनाई है।
कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने दी बधाई
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने इस उपलब्धि को राज्य, शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों और किसानों की मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने सभी को बधाई देते हुए कहा कि हकृवि ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
रैंकिंग तय करने के मापदंड
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की रैंकिंग में विश्वविद्यालयों को शिक्षण गुणवत्ता, अनुसंधान, संसाधन, समावेशिता, स्नातक परिणाम और धारणा जैसे विभिन्न मानकों पर आंका जाता है। यह रैंकिंग संस्थान के प्रकार और उसके प्रदर्शन के आधार पर तय की जाती है।
पहले भी मिल चुके हैं कई प्रतिष्ठित पुरस्कार
हकृवि को हाल ही में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) से सर्वश्रेष्ठ ए प्लस ग्रेड मिला है। इसके अलावा, यह सरदार पटेल पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ संस्थान पुरस्कार और एआरआईआईए रैंकिंग में शीर्ष स्थान जैसे अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हो चुका है।
अनुसंधान और नवाचार में अग्रणी
हकृवि के एग्री-बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर को नाबार्ड द्वारा सम्मानित किया गया है। इसके साथ ही, चारा और बाजरा अनुसंधान अनुभाग को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केंद्र का खिताब मिल चुका है।
हरियाणा की शान और राष्ट्रीय गौरव
हकृवि की ये उपलब्धियां न केवल हरियाणा के लिए गर्व का विषय हैं, बल्कि कृषि शिक्षा और शोध के क्षेत्र में इसकी अग्रणी भूमिका को भी उजागर करती हैं।