केन्द्र सरकार सीबीआई का दुरूपयोग कर रही है: हरक सिंह रावत

harak singh rawat

देहरादून। कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि केन्द्र सरकार सीबीआई का दुरूपयोग कर रही है। उन्होंने प्रदेश के जाने-माने एक डिजिटल चैनल को दिए साक्षात्कार में ये बाते कही। साक्षात्कार के दौरान प्रदेश के राजैनतिक मुद्दो पर बेबाकी से उन्होंने अपनी बात कही। उन्होंने उत्तराखण्ड में हुए बहुचर्चित भर्ती घोटाला और अंकिता हत्याकाण्ड की जांच पर भी सवालिया निशान लगाये।

उन्होंने 2016 में हुए स्टिंग आपरेशन मामले में सीबीआई की जांच को राजनीति से प्रेरित बताया। गौरतलब है कि इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद 2016 में तत्कालीन हरीश रावत की सरकार को बर्खास्त कर दिया था तथा केन्द्र ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद हरीश रावत को बहाल किया गया।

उन्होंने कहा कि तब से तकरीबन आठ साल का अरसा गुजर चुका है तीन-तीन सरकारें बदल चुकी है। साफ है कि 2024 का लोक सभा चुनाव निकट है। और केन्द्र सरकार विपक्ष के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है। ऐसा केवल उत्तराखण्ड में नहीं हो रहा है पूरे देश में चल रहा है। केन्द्र सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।

अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि कथित वीआईपी को बचाने के लिए अंकिता भण्डारी हत्या की गई। उन्होंने कहा कि बिना किसी उद्देश्य के कोई किसी की हत्या कैसे कर सकता है? उन्होंने कहा कि आरोपियों ने कथित वीआईपी को बचाने के मकसद से ही अंकिता भण्डारी की हत्या करने का जघन्य अपराध किया। लेकिन अभी तक सही तरीके से जांच नहीं हो सकी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भर्ती घोटाले और अंकिता हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच की मांग कर रही है। लेकिन इस पर प्रदेश सरकार ने जांच सीबीआई को नहीं सौंपी है। साफ है कि इन मामलों में सरकार के लोग हीं संलिप्त है। आरोपियों की फोटो डीजीपी के साथ है कोई भाजपा का मण्डल अध्यक्ष है तो कोई भाजपा का बड़ा कार्यकर्ता है।