चम्पावत उपचुनाव विकास और राष्ट्रवाद के विचार की जीतः कैलाश पंत

champawat final

देहरादून। चंपावत उपचुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी की धमाकेदार जीत से भाजपा में जश्न का माहौल है। कुल मतों में से सीएम धामी को 93 फीसदी वोट मिले हैं। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी की जमानत तक जब्त हो गई। शायद ये पहली मर्तबा है जब प्रदेश में कांग्रेस के उम्मीदवार की जमानत जब्त हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 54 हजार से अधिक मतों के साथ चुनाव जीते हैं।

जानकार बताते हैं कि चम्पावत उपचुनाव में सीएम धामी को 93 फीसदी वोट मिलना एक रिकार्ड है। अब तक चुनाव मैदान में खड़े किसी भी उम्मीदवार को इतने मार्जन से कभी जीत नहीं मिली है।

सीएम धामी की इस ऐतिहासिक जीत के पीछे तमाम सूत्रधारक रहे है। इन सूत्र धारकों में भाजपा नेता कैलाश पंत ने भी प्रमुख सूत्रधारक की भूमिका निभाई। संघ एवं भाजपा में संगठन को आगे बढ़ाने का एवं हर कार्यकर्ता को जोड़े रखने का अनुभव इस चुनाव में बहुत काम आया।

कैलाश पंत उपचुनाव के ऐलान के बाद ही सीएम पुष्कर सिंह धामी की सलाह पर चम्पावत विधान सभा में समन्वयक के तौर पर लगातार जनसम्पर्क में जुट गये तथा हर घर हर व्यक्ति को भाजपा की राष्ट्रवादी विचारधारा, और युवा सीएम धामी की ज़बरदस्त विकासवादी सोच से सीधे जोड़ा। जिसका परिणाम ज़बरदस्त जीत है। चम्पावत चुनाव में जो अनेकों कमजोर कड़ियां थी वे अंत तक उन्हें मजबूत करने में लगे रहे।

उन्होंने निवर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी के साथ मिलकर क्षेत्र में अनेक जनसभाएं और बैठकें आयोजित की। जिनमें बड़ी मात्रा में क्षेत्र के नौजवानों और मातृशक्ति ने भाग लिया। उन्होंने पूरे क्षेत्र में घूम कर डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को घर-घर तक पहुंचाया।

नींव के पत्थर कैलाश दा

कैलाश पंत संघ में विभाग प्रचारक रहे और भाजपा में संगठन महामंत्री रहे। अल्मोड़ा़ रानीखेत से ताल्लुक रखने वाले कैलाश पंत बरसों से संघ और पार्टी के लिए बिना किसी चाह के काम कर रहे हैं। उन्हें पार्टी के संगठन की अच्छी जानकारी है। गढ़वाल हो या कुमाऊं हर जिले में वह एक-एक कार्यकर्ता को जानते हैं। कैलाश पंत भाजपा के उन चंद जमीनी नेताओं में शुमार है जो नींव के पत्थर की तरह संगठन की सेवा में जुटे हुए हैं।