चम्पावतः जिलाधिकारी ने पीएमजीएसआई के तहत हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की
चंपावत। जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी द्वारा जिला कार्यालय सभागार में पीएमजीएसवाई डिवीजन चंपावत, लोहाघाट तथा एनपीसीसी द्वारा जनपद में कुल 41 सड़क मार्गों में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत को निर्माण की जा रही सड़कों के कार्यों की गुणवत्ता की देखरेख हेतु अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए और अधिकारियों से समय समय पर निर्माण कार्यों में उनके द्वारा की गई कार्यवाही के संबंध में रिपोर्ट मांगे।
जिलाधिकारी ने कहा की रुभारत-सरकार के निर्देशानुसार किसी भी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोई हीलाहवाली न करे अन्यथा संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। उन्होने निर्देश दिए की कार्यों को किसी भी स्थिति में समय से पूरा करे चाहे उसके लिए मशीनरी तथा मैन पावर बड़ानी पड़े तो बढ़ाए।
बीते दिनों जिलाधिकारी ने रीठा से रमक के बीच बने स्टील गडर सेतु के निरीक्षण के दौरान ऐई धीरेंद्र सिंह को कार्य को समय से पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया था परंतु अभी तक कार्य पूर्ण नही होने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुवे जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को ऐई, संबंधित जेई की खिलाफ उच्चाधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही हेतु पत्र लिखने के निर्देश दिए।
निर्माण संस्था एनपीसीसी द्वारा बनाई जा रही अमोड़ी-छतकोट सड़क पर बने पुल की विस्तृत जांच पीडब्ल्यूडी से करवाने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए। वर्तमान में कोविड केसों के बड़ने पर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को मास्क के प्रयोग करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर ईई पीएमजीएसवाई चंपावत अरविंद जोशी, ऐई संजय तिवारी, ईई पीएमजीएसवाई लोहाघाट थपलियाल, ऐई वीरेंद्र बोहरा, मैनेजर एनपीसीसी अभिषेक यादव, कांट्रेक्टर लक्ष्मी दत्त बिनवाल, पंचघाटी कंस्ट्रक्शन से गोविंद पंगरिया, पर्वतीय कंस्ट्रक्शन से सतीश पाण्डेय, हरीश चंद्र नरियाल, रूप सिंह कठायत आदि उपस्थित थे।