अरुणाचल में पकड़ी गई चीन की चालबाजी, LAC से 20 km दूरी पर बना रहा नया हेलीपोर्ट
चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है. एक तरफ वह भारत के साथ सीमा विवाद को सुलझाने की बात करता है तो वहीं दूसरी तरफ सीमा पर अपना सैन्य ढांचा मजबूत करता है. वहीं, इस बीच खबर है कि ड्रैगन अरुणाचल प्रदेश के फिशटेल्स सेक्टर के पास नया हेलीपोर्ट बना रहा है, जो भारतीय सीमा से महज 20 किमी की दूरी पर है.
भारत-चीन के बीच सीमा विवाद एक बड़ी समस्या
भारत चीन के साथ 3488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है. ये सीमा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है. दोनों देशों के बीच कई इलाकों को लेकर अभी मतभेद हैं. चीन इनमें से अधिकांश हिस्से पर दावा करता है लेकिन भारत कुछ हिस्सों पर उसके दावे को लगातार खारिज करता रहा है. दोनों देशों के बीच सीमा विवाद एक बड़ी समस्या है.
2020 के बाद और बिगड़ गए दोनों देशों के रिश्ते
सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच लगातार तनाव रहा है. मई 2020 के बाद यह तनाव और बढ़ गया जब गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई है. इस झड़प में दोनों पक्षों के कई सैनिक मारे गए थे. इसके बाद दोनों देशों के संबंध भी खराब हो गए थे, जो आज तक अच्छे नहीं हैं. पूर्वी लद्दाख, डोकलाम, गलवान, पैंगोंग त्सो, तवांग, नाथूला जैसे इलाकों को लेकर भारत का चीन से विवाद रहा है और है.
हाल ही में पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर चीन ने एक बड़ा अपडेट दिया था. चीन ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में गलवान सहित चार जगहों पर से दोनों देशों ने अपनी अपनी सैनिकों को हटा लिया है. फिलहाल सीमा पर हालात स्थिर हैं. चीन का यह बयान विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान के एक दिन बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन के साथ हमने 75 फीसदी समस्याओं का समाधान कर लिया है, लेकिन बड़ा मुद्दा सीमा पर बढ़ता सैन्यीकरण है.