राष्ट्रपति की अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर चीन ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की
बीजिंग। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की 19 नवंबर को की गई अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर चीन ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। चीन का कहना है कि भारत को सीमा मुद्दे को जटिल बनाने से बचना चाहिए, खास तौर पर तब जबकि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
चीन की आपत्ति को खारिज करते हुए भारत ने फिर कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और भारतीय नेता इस राज्य की यात्रा करने के लिए उतने ही स्वतंत्र हैं जितने देश के किसी और हिस्से में जाने के लिए।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कैंग ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा, ‘चीन सरकार तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को स्वीकार नहीं करती। सीमा मसले पर हमारी स्थिति पहले जैसी और स्पष्ट है।’ लू का कहना है कि दोनों देश वार्ता और विचार-विमर्श के जरिये मसले को सुलझाने की प्रक्रिया में हैं ताकि इसका निष्पक्ष और तार्किक समाधान निकाला जा सके जो सभी को स्वीकार्य हो।
किसी भी भारतीय उच्चाधिकारी के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर चीन हमेशा ही आपत्ति व्यक्त करता है। उसने छह नवंबर को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों के दौरे पर भी आपत्ति व्यक्त की थी।