September 22, 2024

सीमा विवाद: डेपसांग में पैट्रोलिंग पॉइंट 10 से 13 के बीच गश्त को रोकने पर भारत का कड़ा रुख

भारत और चीन में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में सीमा विवाद जारी है। इस बीच शनिवार को दौलत बेग ओल्डी में दोनों देश मेजर जनरल स्तर की वार्ता हुई। वार्ता शाम 7.30 बजे खत्म हुई। दोनों सेनाओं ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जवानों को पीछे हटाने को लेकर बातचीत की। 

रणनीतिक तौर से महत्वपूर्ण डेपसांग क्षेत्र में तनाव कम करने की योजना पर भारत और चीन के बीच बातचीत हुई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 3 माउंटेन डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, मेजर जनरल अभिजीत बापट ने की। बैठक का एजेंडा डेपसांग पर तनाव को कम करना रहा, जहां दोनों पक्षों ने विवादित सीमा पर सैनिकों की बड़े पैमाने पर तैनाती की हुई है।

सूत्रों के मुताबिक, मेजर जनरल बापट ने अपने चीनी समकक्ष के साथ बातचीत में डेपसांग से गुजरने वाले पेट्रोलिंग पॉइंट 10 से 13 के बीच गश्त को रोकने पर कड़ा विरोध जताया। चीन इस इलाके में भारतीय सेना को गश्त करने से रोक रहा है, जबकि यह भारतीय क्षेत्र में आता है।
अनुमान है कि 15,000 से अधिक चीनी सैनिक डेपसांग के विपरीत तैनात हैं। वहीं भारत ने भी सैनिकों की तैनाती की है जिसमें एक बख्तरबंद ब्रिगेड भी शामिल है। बैठक में दोनों सेनाओं द्वारा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले क्षेत्रों के सेनाओं को पीछे हटाने को लेकर बातचीत की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि उत्तरी लद्दाख में स्थित होने के कारण डेपसांग को सेना द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र माना जाता है।

इससे पहले तीन अगस्त को भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच पांचवें चरण की बातचीत हुई। यह बातचीत लगभग 11 घंटे तक चली। इस दौरान भारत ने चीन को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध वाले सभी स्थानों से अपनी सेना को पीछे हटाने के लिए कहा। सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत की जा रही है।

वार्ता की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि बातचीत के दौरान भारत ने पैंगोंग त्सो और पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास टकराव वाले सभी स्थानों से चीनी सैनिकों के जल्द से जल्द पूरी तरह पीछे हटने को लेकर जोर डाला। 

दौलत बेग ओल्डी में भारत की मजबूत हवाई तैनाती से घबराया चीन

सूत्रों के मुताबिक, चीन डेपसांग  से करीब 35 किलोमीटर दूर दौलत बेग ओल्डी में वायुसेना ठिकाने पर भारत की मजबूत हवाई तैनाती पर भी विरोध जता रहा है। गौरतलब है कि चीन ने 2013 में भी डेपसांग में अपनी तैनाती बढ़ा दी थी। करीब तीन महीने की कूटनीतिक और सैन्य बातचीत के बाद हालात सामान्य हुए थे। इस इलाके में दोनों देशों के एलएसी के दावे में करीब 8 से 10 किमी का फर्क है। वहीं, पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग और गोगरा में गतिरोध बना हुआ है। कोर कमांडर स्तर पर पांच दौर की बातचीत हो चुकी है, मगर अब तक कोई ठोस हल नहीं निकला है।
 
क्या चीनी आक्रमण का सत्य बताकर असत्य की गंदगी साफ करेंगे पीएम: राहुल गांधी
 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन की घुसपैठ से संबंधित जानकारी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट में डालने और फिर हटा लेने पर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है ये संयोग नहीं, मोदी सरकार का लोकतंत्र विरोधी प्रयोग है। राहुल ने ट्वीट कर कहा जब जब देश भावुक हुआ, फाइलें गायब हुईं।

माल्या हो या राफेल, मोदी या चोकसी। गुमशुदा लिस्ट में लेटेस्ट हैं चीनी अतिक्रमण वाले दस्तावेज। वहीं, बाद में एक और ट्वीट में राहुल ने पीएम के गंदगी भारत छोड़ो संकल्प दोहराने की अपील पर कहा, क्यों नहीं! हमें तो एक कदम आगे बढ़कर, देश में लगातार बढ़ती असत्य की गंदगी भी साफ करनी है। क्या प्रधानमंत्री चीनी आक्रमण का सत्य देश को बताकर इस सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे?


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