September 23, 2024

एक्शन में सीएम योगी, चुनाव में सपा से कनेक्शन निकलाने वाले अफसरों की बन गई लिस्ट, खतरे में कुर्सी!

दूसरी बार उत्तर प्रदेश के सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। अपराधियों और माफियाओं के घर पर बुलडोजर तेजी से चलने लगे हैं। इसके साथ ही अफसरों पर भी कार्यवाई शुरू हो गई है। गुरुवार को सोनभद्र के डीएम और गाजियाबाद के एसएसपी को सीधे सस्पेंड कर दिया गया। योगी आदित्यनाथ के एक्शन में आने से अफसरों में अफरा-तफरी मच गई है।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोनभद्र के डीएम रहे टीके शिबू और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को सस्पेंड कर दिया। आधिकारिक तौर पर टीके शिबू के सस्पेंशन के पीछे जो वजह बताई गई वह थी जिले में अवैध खनन, निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत और बीते विधानसभा चुनाव में जिला निर्वाचन अधिकारी के तौर पर लापरवाही। दरअसल सोनभद्र में शासन को चुनाव से पहले ही अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थी। जिले में गिट्टी की खदानों से अवैध खनन के जरिए वसूली की जानकारी सरकार को लगातार मिल रही थी। वहीं दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी व अन्य निर्माण एजेंसियों के द्वारा करवाए जा रहे कामों में भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी भी जारी रही।

विधानसभा चुनाव के दौरान भी टीके शिबू की लापरवाही की खबरें आई थी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस मामले में टीके शिबू की भूमिका पर सवाल खड़े हुए। टीके शिबू के बाद गाजियाबाद के एसएसपी भी 4 घंटे में सस्पेंड कर दिए गए। 2009 बैच के आईपीएस पवन कुमार पर अपराध नियंत्रण में लापरवाही और जिले में पुलिस के अंदर बड़े भ्रष्टाचार की शिकायत पर सस्पेंड किया गया। इन दो अफसरों से पहले उत्तर प्रदेश के 4 आईपीएस अफसरों के भी तबादले किए गए जिसमें 2 नामों को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हुई। पहला नाम एडीजी नवनीत सिकेरा जिनको पीटीएस उन्नाव भेजा गया, दूसरा नाम डीआईजी धर्मेंद्र सिंह जिनको डीआईजी आरटीसी चुनाव बनाकर भेजा गया।

अफसरों की नई पोस्टिंग को लेकर चर्चा इसलिए भी हो रहा है क्योंकि कहा जा रहा है कि योगी के टारगेट पर अब वो अफर हैं जो अखिलेश यादव के नजदीक हैं। चुनाव दौरान सपा से कनेक्शन बनाने में लगे हुए थे। योगी सरकार ने अफसरों कि सूची बनाई है तो माना जा रहा है कि जल्द कुछ और आईएएस और आईपीएस के साथ-साथ बड़े अफसर तबादला या कार्रवाई की जद में आएंगे।


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com