चुनावी तैयारियों में SP-BSP समेत कई दलों से काफी पीछे नजर आ रही कांग्रेस, जमीनी स्तर पर रैली और सम्मेलनों की कमी
यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी और एसपी, बीएसपी समेत तमाम दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. लेकिन कांग्रेस अब भी काफी पीछे दिख रही है. प्रियंका गांधी चुनावी तैयारियों के लिए लखनऊ जरूर पहुंची हैं लेकिन महासचिव के तौर पर कांग्रेस का जनाधार बढ़ाने की जो कोशिश की जानी चाहिए थी वह जमीनी तौर पर नजर नहीं आ रही है.
एक तरफ बीजेपी ने प्रबुद्धजन सम्मेलन शुरू किया है. वहीं बीएसपी भी ब्राह्मण वोट बैंक अपने पाले में करने के लिए काफी समय से सम्मेलन करने में जुटी है. वहीं सपा भी सम्मेलन की राह पर चल रही है. लेकिन कांग्रेस ने अभी तक कोई रैली या सम्मेलन नहीं किया है. इसे देखकर ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के भीतर एससी और ओबीसी समेत सवर्ण वोट को को अपने पक्ष में करने वाले नेताओं की कमी है.
यूपी में प्रतिज्ञा यात्रा निकालेगी कांग्रेस
दरअसल प्रियंका गांधी ज्यादातर समय दिल्ली में रहती हैं. चुनावी तैयारियों के लिए समय-समय पर ही यूपी दौरे पर पहुंचती हैं. ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी ऐसा लगने लगा है कि अगर पार्टी महासचिव लखनऊ में ज्यादा समय गुजारतीं तो चुनाव की तैयारी ज्यादा अच्छी हो सकती थी. हालांकि प्रियंका गांधी यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियों में जुट चुकी हैं. कांग्रेस अब प्रतिज्ञा यात्रा निकालकर वचन वनिभाने के वादे के साथ जनता के बीच जाने की प्लानिंग कर रही है.
1985 के बाद से कांग्रेस को नहीं मिली यूपी की सत्ता
प्रियंका गांधी के यूपी की जिम्मेदारी संभालने के बाद से यह पहला विधानसभा चुनाव है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी के साथ ही उनकी साख भी दांव पर है. हालांकि एसपी और बीएसपी तो पहले ही साफ कर चुकी हैं कि वह किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेंगी. इसके बाद पार्टी के सामने सिर्फ छोटे दलों का ही विकल्प बाकी है. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने एसपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन कांग्रेस सिर्फ 7 सीटें ही जीत सकी थी. वहीं 2012 के चुनाव में पार्टी को 28 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. वहीं 2007 के चुनाव में कांग्रेस ने 22 सीटें जीती थीं. साल 1985 में कांग्रेस ने 269 सीटों पर जीत हासिल की थी तब से लेकर आज तक वह यूपी में सत्ता हासिल नहीं कर सकी है.