कोरोना संकटः त्रिपुरा से आया मदद का ट्वीट, तो धनेद्र ने मदद कर बढ़ाया उत्तराखंड का मान
देहरादूनः वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से हर कोई खौफ में है। शहर के शहर लाॅकडाउन है। आने-जाने की कोई सार्वजनिक सुविधा नहीं है। ऐसे में लाखों लोग अपने घरों से पराये प्रदेशों में फंसे हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन उनकी पूरी मदद में जुटा है लेकिन तब भी घर वालों को उनकी फिकर लगी रहती है। उत्तराखंड में ऐसे हजारों लोग हैं जो लाॅकडाउन के चलते फंस गये हैं। उनके घर से सैकड़ों फोन आ रहे हैं चिंता लगी है कि वहां ठीक है या नहीं। कई लोगों के पैसे खत्म हो चुके हैं। उनके पास फूटी कौड़ी नहीं है। लिहाजा लोगों के सामने खाने का संकट मंडराने लगा है। लेकिन धनेद्र जैसे युवा उन लोगों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं है। दरअसल धनेद्र को मदद के लिए त्रिपुरा से एक ट्वीट आया। एक अनजान ट्वीट, जिसमें हरिद्वार में फंसे अजीत मारक को मदद करने की गुहार थी। धनेंद्र ने ट्वीट का रिप्लाई कर उन्हें आश्वस्त किया और अजीत मारक को मदद पहुंचाई।
लाॅकडाउन में कई लोग अनजान शहरों में फंसे हैं। जहां उनका कोई परिचित नहीं है, उत्तराखंड में भी हजारों लोग विभिन्न जगहों पर फंसे हैं। उनके परिवार को चिंता लगी है कि वह जगह भी है या नहीं। लिहाजा परिजन सोशल मीडिया के माध्यम से उन जगहों के लोगों से संपर्क कर रहे हैं। उनसे मदद की गुहार लगा रहे हैं। देहरादून के सामजसेवी धनेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि हाल ही में उन्हें त्रिपुरा से एक ट्वीट आया। ट्वीट प्रद्योत नाम के व्यक्ति ने किया और उनसे मदद की मांगी। धनेंद्र ने बताया कि प्रद्योत ने उन्हें हरिद्वार में फंसे उनके परिजन की जानकारी दी और बताया कि उसके सारे पैसे खर्च हो गया हैं और उनके पास खाने के लिए राशन नहीं हैं।
धनेंद्र प्रद्योत को फोन कर सारी जानकारी ली और हरिद्वार में फंसे अजीत को मदद पहुंचाने को लेकर आश्वस्त किया। समाजसेवी धनेंद्र ने अजीत से संपर्क किया और उन्हें अपने स्तर से मदद पहुंचाई। धनेद्र की इस मदद से अजीत को खासी राहत मिली। उन्होंने अजीत को आश्वस्त किया आगे भी वह उनकी मदद के तैयार है। वहीं युवक ने त्रिपुरा फोन कर अपने परिजन को धनेंद्र द्वारा मदद करने की जानकारी दी। जिसके बाद परिजनों ने धनेंद्र को ढेर सारी दुआएं दी।
वहीं धनेंद्र ने कहा कि वह उत्तराखंड में हैं लिहाजा चिंता करने की कोई बात नहीं है। वह उनकी पूरी मदद करते रहेंगे। वहीं त्रिपुरा के प्रद्योत ने धनेंद्र की इस मदद को ईश्वर की मदद बताई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग दयावान और मददगार है। हमारे लिये उत्तराखंड हमेशा पवित्र तीर्थ है और वहां के लोग देवतुल्य। वहीं धनेंद्र नेगी ने बताया कि अजीत जैसे सैकड़ों लोग हमारे प्रदेश में फंसे हैं लिहाजा हम उत्तराखंडियों को चाहिए कि ऐसे वक्त में उनकी हरसंभव मदद करें।