अर्थव्यवस्था को झटका: कोरोना वायरस की वजह से मूडीज ने घटाया GDP ग्रोथ का अनुमान
इससे पहले मूडीज ने फरवरी में कहा था कि 2020 में भारत की जीडीपी 5.4 फीसदी की रफ्तार से वृद्धि कर सकती है। हालांकि यह भी पहले के 6.6 फीसदी के अनुमान से घटाया गया था। एजेंसी ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया।
कोरोना वायरस का अर्थव्यवस्था पर होगा असर
एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलने का ठीक-ठाक आर्थिक असर होगा। प्रभावित देशों में इससे घरेलू मांग पर असर हो रहा है, आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो रही है तथा एक देश से दूसरे देश में होने वाला व्यापार घट रहा है।
कई सरकारें और केंद्रीय बैंक उठा रहे कदम
मूडीज ने कहा, ‘‘कई सरकारों और केंद्रीय बैंकों ने वित्तीय राहत पैकेज, नीतिगत दर में कटौती, नियामकीय छूट समेत राहत के कई उपाय किए हैं। हालांकि वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उठाये जाने वाले कदम इन उपायों के असर को कम कर देंगे।’’
2018-19 में थी 6.8 फीसदी
2018-19 में विकास दर 6.8 फीसदी रही थी। इस हिसाब से देखा जाए तो फिर इसमें करीब 1.8 फीसदी की गिरावट है। विश्व की सभी रेटिंग एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी भारत के जीडीपी अनुमान को काफी घटा दिया है। मूडीज ने मार्च 2020 में समाप्त हो रहे वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुमान 5.8 फीसदी से घटाकर 4.9 फीसदी कर दिया है। फिच ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए विकास दर के 4.6 फीसदी रहने की संभावना जताई है। वहीं 2020-21 के लिए 5.6 फीसदी और 2021-22 के लिए 6.5 फीसदी का अनुमान जताया है।
कोरोना वायरस: संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 127
समय गुजरने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे भारत में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद आज भारत में कुल 13 नए मामले सामने आए हैं जिसमें नोएडा के दो नए मरीज शामिल हैं। इस तरह भारत में अब तक कुल मरीजों की संख्या 127 पहुंच गई है, वहीं आज ही तीसरे मौत की पुष्टि हुई है।