दिल्ली में राष्ट्रीय औसत से 5 गुना ज्यादा कोरोना टेस्ट, इसीलिए बढ़े केसः केजरीवाल

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर बात की. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के अधिक केस इसलिए आ रहे हैं, क्योंकि हम ज्यादा टेस्टिंग करवा रहे हैं.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम दस साल की आबादी पर कुल 2300 टेस्ट करवा रहे हैं, जबकि देश का जो औसत है वह सिर्फ दस लाख पर 500 टेस्टिंग का है.

गौरतलब है कि दिल्ली में अबतक कोरोना वायरस के कुल 3515 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि कुल 59 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में अबतक 47 हजार से अधिक कोरोना वायरस के टेस्ट हुए हैं, जबकि करीब 1100 लोग ठीक हो चुके हैं.

कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में 1100 से अधिक लोग कोरोना वायरस को मात भी दे चुके हैं, जो कि हमारे लिए राहत की खबर है. इतना ही नहीं अन्य राज्यों के मुकाबले दिल्ली में मरने वालों की संख्या और औसत भी काफी कम है, अभी तक सिर्फ 59 लोगों की जान गई है. लेकिन हमें इस संख्या को और भी कम करना है.

दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के बारे में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम लगातार कंटेनमेंट जोन को बढ़ा रहे हैं और वहां पर टेस्टिंग-स्क्रीनिंग कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि अब गरीब लोगों को दिल्ली में 10 किलो राशन दिया जाएगा, इसके अलावा साथ में एक किट दी जाएगी जिसमें जरूरत का सामन होगा. दिल्ली में इससे पहले पांच किलो राशन मिलता था, जिसे पिछले महीने बढ़ाकर साढ़े सात किलो कर दिया गया था.

प्लाज्मा थैरेपी को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार की इजाजत मिल चुकी है, ऐसे में हम दिल्ली में इसे जारी रख रहे हैं. जिनको मंजूरी नहीं मिली है, उनके लिए प्लाज्मा को लेकर सचेत किया गया है. दिल्ली में प्लाज्मा थैरेपी सफल रही है, जिस एक व्यक्ति पर इसका इस्तेमाल किया गया था, वह ठीक होकर घर चला गया है.

अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कोटा में जो बच्चे फंसे हुए हैं, उन्हें वापस लाने के लिए चालीस बसें भेजी गई हैं. कल ये बच्चे वापस आ जाएंगे, लेकिन उसके बाद इन्हें 14 दिन घरों में क्वारनटीन रहना होगा.