बच्चों में कितना खतरनाक होगी संक्रमण की तीसरी लहर, रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

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कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर भारत के लिए आफत बनी हुई है, जिससे अब तक करीब 3. 67 लाखों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। केंद्र व राज्य सरकारें संक्रमण से बचने के लिए लोगों से एहतियात बरतने की अपील कर रही हैं। अब दूसरी लहर की रफ्तार धीमी जरूर हुई, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।

 

मेडिकल साइंस क्षेत्र की चर्चित पत्रिका लैनसेट की एक रिपोर्ट के अनुसार इस बात के अब तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि कोविड-19 महामारी की तीसरी संभावित लहर में बच्चों के गंभीर रूप से संक्रमित होने की आशंका है।

 

– बच्चों में जानिए क्या हैं परेशानियां

 

– जानिए कैसे तैयार की गई रिपोर्ट

देश में कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान कितनी संख्या में बच्चे संक्रमित हुए और अस्पताल में भर्ती हुए, इस संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर आंकड़े तैयार नहीं किए गए हैं। इसलिए तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के 10 अस्पतालों में इस दौरान भर्ती हुए 10 साल से कम उम्र के करीब 2600 बच्चों के क्लीनिकल आंकड़ों को एकत्र कर उसका विश्लेषण करने के बाद ही यह रिपोर्ट तैयार की हुई है।

– इतने प्रतिशत बच्चों में गंभीर बीमारियां

आंकड़ों के अनुसार 10 साल से कम उम्र के बच्चों में कोविड-19 के कारण मृत्यु दर 2.4 प्रतिशत दर्ज की गई। संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले करीब 40 प्रतिशत बच्चे किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित भी थे। लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए 10 साल से कम उम्र के नौ प्रतिशत बच्चों में बीमारी के गंभीर लक्षण देखे गए। महामारी की दोनों लहरों के दौरान ऐसा देखा गया