देश में भयावह हुई कोरोना की रफ्तार, रिकवरी रेट फिलहाल 54.9 फीसदी
कोरोना वायरस से यूं तो पूरी दुनिया परेशान है, लेकिन भारत में इसकी बढ़ती रफ्तार ने देश को चिंता में डाल दिया है। पिछले एक पखवाड़े से कोरोना के मरीजों की तादाद जिस रफ्तार से बढ़ रही है उससे आने वाले दिनों में आंकड़े और भी खतरनाक हो सकते हैं।
सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात ये है कि पिछले 8 दिनों में ही कोरोना के मरीज 3 से चार लाख हो गए यानि महज एक हफ्ते के भीतर देश में कोरोना के एक लाख मामले सामने आए हैं। 13 जून को संक्रमितों की संख्या 3 लाख के पार हुई थी और 20 जून को ये चार लाख के आंकड़े को पार कर गई।
भारत में कोरोना वायरस की दस्तक और संक्रमण की रफ्तार देखने से आंकड़े डरावने लगते हैं…
- एक हफ्ते में बढ़े एक लाख कोरोना मरीज़।
- देश में 30 जनवरी को कोरोना का पहला मामला सामने आया था।
- इसके 110 दिन बाद यानी 10 मई को यह संख्या बढ़कर एक लाख हुई।
- फिर रफ्तार में इतनी तेजी आ गई कि 2 जून यानी 15 दिनों में ही आंकड़ा 2 लाख के पार हो गया।
- इसके अगले दस दिन में यानी 12 जून को संक्रमितों की संख्या 2 से बढ़कर 3 लाख हो गई।हालांकि भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है और इस लिहाज से देखें तो दूसरे मुल्कों के मुकाबले भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी है। यही भारत के लिए सबसे बड़ी राहत की बात है। अमेरिका में सबसे तेज 79 दिनों में 4 लाख से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए थे, जबकि में संक्रमित लोगों की तादाद 4 लाख पहुंचने में 143 दिन लग गए।
कैसे बढ़ा संक्रमण ?
- देश में 6 मई को कोरोना मरीजों का आंकड़ा 50 हजार था।
- यानी शुरुआत से लेकर 50 हजार मामले होने में 98 दिन लगे।
- अगले 50 हजार मामले महज 12 दिन में सामने आए।
- एक से 1.5 लाख मामले होने में 8 दिन लगे।
- और 1.5 से 2 लाख मामले पहुंचने में 7 दिन लगे।
- अब हर पांच दिनों में 50 हजार मामले आ रहे हैं।
- 2 लाख से 2.5 लाख केस होने में 5 दिन लगे।
- और 2.5 से 3 लाख केस होने में महज 5 दिन लगे।
- अब हर चार दिनों में 50 हजार संक्रमित मिल रहे हैं।
- मसलन 3 से 3.5 लाख मामले होने में 4 दिन लगे।
- और फिर 3.5 से 4 लाख मामले होने में भी 4 दिन ही लगे।
राहत की बात यह है कि है कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत में मरीजों के ठीक होने की दर काफी बेहतर है। यहां अब तक 4 लाख मरीजों में से 2.16 लाख ठीक भी हो चुके हैं। भारत की रिकवरी रेट फिलहाल 54.9 फीसदी है यानि हर 100 में 54 मरीज ठीक हो रहे हैं।