राजकोट में लॉकडाउन के नियम तोड़ खोला प्राइमरी स्कूल, प्रशासन ने मांगा जवाब

1588396732_school-rajkot-1

देश में कोरोना महामारी का कहर जारी है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन को 17मई तक बढ़ा दिया है. लॉकडाउन में सभी स्कूल-कॉलेज, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जिम, पार्क, स्पोर्ट्स क्लब जैसी सार्वजनिक जगहों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं, ताकि संक्रमण का प्रसार न हो पाए. इस बीच गुजरात के राजकोट में एक प्राइमरी स्कूल को लॉकडाउन के नियमों के खिलाफ जाकर खोलने का मामला सामने आया है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राजकोट के पारदी स्वामी विवेकानंद प्राथमिक विद्यालय को शनिवार को खोला गया. यहां बच्चे भी जुटे. हालांकि, बताया जा रहा है कि स्कूल को कुछ देर के लिए खोला गया था, जिसकी जानकारी मिलते ही इसे बंद करा दिया गया. स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों का कहना है स्कूल प्रबंधक औप प्रिंसिपल से इस बारे में जवाब मांगा गया है.

बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामलों में महाराष्ट्र के बाद गुजरात दूसरे नंबर पर है. गुजरात में कोरोना वायरस मामले बढ़ते जा रहे हैं. संक्रमितों का आंकड़ा 4,395 हो गया है. इनमें से 214 लोगों की जान जा चुकी है.

गुजरात में कोविड-19 के कारण ज्यादा मृत्यु दर की वजह इस वायरस के एल-टाइप स्ट्रेन की बहुलता बताई जा रही है. कोरोना वायरस के कई रूप यानी स्ट्रेन हैं जिनमें से उसके एल-स्ट्रेन वाले रूप को काफी घातक माना जाता है. गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर के एक वैज्ञानिक ने भी गुजरात में एल-स्ट्रेन वाले वायरस की पुष्टि की है. इस सेंटर के सीजी जोशी ने यह भी बताया कि एल-स्ट्रेन वाले वायरस के ज्यादा खतरनाक होने के कारण ही वुहान में तबाही मचाई थी.

राज्य की प्रधान स्वास्थ्य सचिव जयंती रवि ने कहा कि यह मुख्यत: लॉकडाउन और नियंत्रण संबंधी रणनीति जैसे कदमों की वजह से है. उन्होंने बताया कि गुजरात में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के 35 दिन बाद संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 3,071 तक पहुंच गई, जबकि इटली में इतने ही दिनों में 80,536, फ्रांस में 56,972 और स्पेन में 94,410 मामले सामने आए थे.