आने वाले फेस्टिव सीजन में मिल सकती है पेट्रोल और डीजल में राहत, जानिए क्या है वजह?
फेस्टिव सीजन में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं. दरअसल कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली है. इससे तेल कंपनियों पर आने वाले समय में दबाव पूरी तरह से खत्म होने का अनुमान है और कंपनियां ये राहत आगे ग्राहकों तक पहुंचा सकती हैं. फिलहाल ब्रेंट क्रूड की कीमत मध्य जनवरी के बाद से सबसे निचले स्तरों तक पहुंच गई हैं. कीमतों में ये गिरावट फेडरल रिजर्व के द्वारा दरें बढ़ाने के बाद दर्ज हुई है. दरअसल आशंका है कि दरें बढ़ने से ग्रोथ सुस्त हो जाएगी और इससे कच्चे तेल की मांग भी गिरेगी.
कहां पहुंचा कच्चा तेल
शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत 86.15 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुई हैं इसमें एक दिन के दौरान करीब 5 प्रतिशत की गिरावट रही है.जो कि 15 जनवरी के बाद से कीमतों का सबसे निचला स्तर है. 30 अगस्त के बाद से ब्रेंट क्रूड की कीमतें लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी हुई हैं. वहीं 6 सितंबर के बाद से तेल 95 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे है. दूसरी तरफ डब्लूटीआई क्रूड आज 80 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे पहुंच गया है. इसमें शुक्रवार को ही करीब 6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है. भारत की क्रूड बास्केट पर ब्रेंट क्रूड की कीमतों का ज्यादा असर दिखता है.
क्यों आई कीमतों में गिरावट
कीमतों में गिरावट की मुख्य वजह दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के द्वारा दरों में की जा रही तेज बढ़त है. हाल ही ने फेडरल रिजर्व ने दरों में तेज बढ़त के साथ संकेत दिए हैं कि आगे भी बढ़त जारी रहेगी. इससे आने वाले समय में ग्रोथ में कमी आने की आशंका बन गई है. इससे तेल की मांग में भी गिरावट की आशंका है. जिससे कीमतें नीचे आ रही हैं. गिरावट का ये सिलसिला जारी रहा तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी राहत मिल सकती है.