भारत पहुंची डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन, पीएम मोदी ने की अगवानी, राष्ट्रपति भवन में हुआ जोरदार स्वागत
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उनकी अगवानी की. फ्रेडरिकसेन ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भी मुलाकात की. मेटे फ्रेडरिक्सन अपने 3 दिवसीय भारत दौरे के लिए शनिवार तड़के दिल्ली पहुंची. विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
मेटे फ्रेडरिक्सन 9 से 11 अक्टूबर तक भारत दौरे पर रहेंगी. इस दौरान वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी. डेनमार्क पीएम की यात्रा भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की समीक्षा करने और उसे आगे बढ़ाने का एक अवसर है. डेनमार्क की प्रधानमंत्री की इस यात्रा से भारत और डेनमार्क के करीबी और दोस्ताना संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है.
डेनमार्क में 60 से अधिक भारतीय कंपनियां
भारत के लिए मेटे फ्रेडरिक्सन का यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले मार्च से लागू कोरोना प्रतिबंध के बाद भारत का दौरा करने वाली वह पहली राष्ट्राध्यक्ष हैं. भारत और डेनमार्क के मजबूत कारोबारी और निवेश संबंध हैं. भारत में डेनमार्क की 200 से अधिक कंपनियां मौजूद हैं, जबकि डेनमार्क में 60 से अधिक भारतीय कंपनियां हैं. दोनों देशों के बीच नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, जल एवं कचरा प्रबंधन, कृषि एवं पशुपालन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, डिजिटकलीकरण, स्मार्ट सिटी, पोत क्षेत्र में मजबूत सहयोग है.
छात्रों-नागरिक समाज के लोगों से भी होगा संवाद
एक बयान के मुताबिक, डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन अपनी भारत यात्रा के दौरान विचार मंचों, छात्रों एवं नागरिक समाज के लोगों के साथ संवाद भी करेंगी. इससे पहले 28 सितंबर 2020 को डिजिटल माध्यम से हुए शिखर बैठक में भारत और डेनमार्क ने ‘हरित सामरिक गठजोड़’ स्थापित किया था. दोनों पक्ष आपसी हितों से जुड़े क्षेत्रीय और बहुस्तरीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे.
मेटे फ्रेडरिक्सन रविवार को ताजमहल और आगरा के किले का दीदार करेंगी और इसी के मद्देनजर उस दिन ताजमहल आमजन के लिए दो घंटे तक बंद रहेगा. डेनमार्क की प्रधानमंत्री शनिवार को रात करीब 8 बजे डेनमार्क से सीधे आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पहुंचेंगी, जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा.