DRDO ने किया इस खतरनाक सब-सोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण

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अक्टूबर 2020 के असफल परीक्षण के बाद रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन  ने बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण सुविधा से 1,000 किलोमीटर रेंज की निर्भय क्रूज मिसाइल दागी। सब-सोनिक क्रूज मिसाइल को सुबह 9:55 बजे दागा गया।

फायरिंग आंशिक रूप से सफल रही। डीआरडीओ के सूत्रों के अनुसार, स्वदेशी इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था, लेकिन डिलीवरी प्लेटफॉर्म किन्‍हीं कारणों से नीचे आ गया।

एक अधिकारी ने कहा, “हो सकता है कि नियंत्रक में एक रोड़ा हो, लेकिन इंजन ने अच्छी तरह से काम किया। वायु सेना और नौसेना के लिए उपयोगकर्ता परीक्षण से पहले अगला परीक्षण फायरिंग मिशन मोड में किया जाएगा।”

यह स्वदेशी बूस्टर इंजन के साथ पहला सफल परीक्षण था, क्योंकि पिछले आठ मिनट के उड़ान समय के बाद पिछले परीक्षण को निरस्त करना पड़ा था।

निर्भय एक सबसोनिक मिसाइल है, जो 0.7 से 0.9 मच की गति से उड़ान भरती है, जिसमें समुद्री-स्किमिंग और इलाके को पकड़ने की क्षमता होती है, जो मिसाइल को दुश्मन के रडार के नीचे रहने में मदद करती है ताकि पता लगाने से बचा जा सके।

यह दो चरणों वाली मिसाइल है, जिसमें पहला चरण ठोस ईंधन का उपयोग करता है और दूसरा तरल ईंधन का उपयोग करता है। यह 300 किलोग्राम वजन का एक कन्वेंशन वॉरहेड ले जाता है और 1500 किमी तक के लक्ष्य को मार सकता है। मिसाइल जमीन से 50 मीटर से चार किमी के बीच उड़ान भरने में सक्षम है और यह खुद निशाना बनने से पहले लक्ष्‍य को आसानी से नष्ट करने में सक्षम है।

मिसाइल में घूमने की क्षमता भी है, जो डिलीवरी प्लेटफॉर्म को मध्य-उड़ान में पैंतरेबाज़ी करके अंत में इनफ्लाइट कोर्स सुधार कर लक्ष्य को हिट कर सकती है। इसे समुद्र, जमीन और मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है।

मिसाइल को अब सेना को सौंपा जा रहा है, जो इसे शामिल करने से पहले तीन और परीक्षण करेगी। सेना में शामिल होने के बाद, पूर्वी लद्दाख में कई बिंदुओं पर चीन के साथ तनाव के बीच निर्भय को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात किए जाने की उम्मीद है।