क्या गन्ना किसानों को मिलेगा बकाया भुगतान ?
देहरादून। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के मुद्दे को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने जिस प्रकार से विधानसभा सत्र के दूसरे दिन धरना प्रदर्शन कर सरकार का घेराव किया, उसके बाद काबीना मंत्री मदन कौशिक को मीडिया से मुखातिब होना पड़ा। मीडिया से बातचीत में विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग किसानों के बकाया भुगतानों को लेकर अनर्गन बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार के अंतर्गत जितनी शुगर मिल आती हैं लगभग सबका भुगतान हो चुका, बस कुछ का ही बाकी है और उसे भी जल्द भुगतान कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर सरकार गंभीर है यह घोषणा करते हुए कहा कि गन्ना किसानों को सरकार द्वारा तय की गई नई दर से भुगतान किया जायेगा। चाहे किसानों ने पूर्व से ही मिलों में गन्ना डाला हो।
मंत्री कौशिक ने सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि सरकार जरूरतमंद किसानों को ज़ीरो परसेंट की ब्याज दर से ऋण मुहैया करवा रही ही और किसानों की आय दुगुनी करने के लिए वचनबद्ध हैं। इस पर मीडियाकर्मी ने जब सवाल पूछा कि किसानों की आय आज ढाई साल के बाद भी दुगुनी क्यां नहीं हुई है तो काबीना मंत्री अपनी सरकार का पक्ष रखते हुए कहने लगे कि किसानों की आय बढी है, किसान खुशहाल है और उनसे वही पूछा जाये जो सरकार ने किया है।
तो क्या मंत्री जी से सिर्फ सरकार की उपलब्धियां के बारे में ही पूछा जाये ? क्या मीडिया सिर्फ सरकार का गुणगान करने के लिये है, क्योंकि सवाल पूछने पर तो मंत्री जी अलग ही तेवर में नज़र आ रहे हैं। जैसे वे मीडिया को सिर्फ सरकार का प्रचारक समझते हों। अब भला मंत्री जी से कोई पूछे की अगर पत्रकारिता में सवाल न पूछे जायें तो पत्रकारिता किस बात की ?