असल तस्वीरः शिक्षा विभाग अब स्कूली बच्चों से करेगा गुजारिश, हमें अपनी किताबें दे दो!
देहरादून। पिछले शैक्षणिक सत्र की तरह मौजूदा सत्र 2023-24 में भी स्कूली बच्चों को समय पर पाठ्यपुस्तके उपलब्ध नहीं हो पायेगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी की ओर से जारी पत्र के मुताबिक अभी नई पाठ्यपुस्तकों के प्रिंटिंग प्रक्रिया चल रही है, जिसके चलते स्कूली बच्चों को समय पर पाठ्यपुस्तकें मुहैया कराना संभव नहीं है।
अलबत्ता माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बच्चों को समय पर पाठ्यपुस्तकें मुहैया कराने के लिए दूसरा रास्ता निकाला है। उन्होंने प्रदेश के सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को चिट्ठी भेज कर स्कूलों बच्चों से पिछले साल की पाठ्यपुस्तकें बुक बैंक में जमा की गुजारिश करने को कहा ताकि विभाग समय पर बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करा सके।
ये कोई पहली मर्तबा नहीं हुआ है जब विभाग ने निःशुल्क पुस्तकें वितरित करने को लेकर लेटलतीफी दिखाई हो। बीते साल की ही बात कर लें तो तकरीबन आधा सत्र गुजरने के बाद भी विभाग स्कूली बच्चों को किताबें उपलब्ध नहीं करा पाया था। बीते साल तो कई क्षेत्रों में पाठ्ठपुस्तकें गदेरों में लावारिस हालात में मिलने की खबरें मीडिया में आई थी।
बीते साल जब शिक्षा विभाग पाठ्यपुस्तक वितरित करने में नाकाम साबित हो रहा था तब शिक्षा महानिदेशक की ओर से इस लेटतलीफी के लिए जिम्मेदार अफसरों के वेतन रोकने के भी आदेश जारी किये। यहां तक कि खुद शिक्षा महानिदेशक ने 100 प्रतिशत पाठ्यपुस्तकें वितरति ना होने तक वेतन ना लेने की बात भी कही थी।