आतंकवाद के खिलाफ ‘एलान-ए-जंग’
कश्मीर में अमन चैन के लिए सेना ने अंतिम लड़ाई छेड़ दी है। सेना ने दहशतगर्दियों को जन्नत के पार पहुंचाने के लिए आखिरी मुहिम छेड़ दी है। अब जल्द ही कश्मीर की खूबसूरत वादियों में अमन और शांति के फूल खिलेंगे। कश्मीर में अमन चैन की बहाली के लिए सरकार के साथ सेना ने भी कमर कस ली है। कश्मीर की पाक धरती से आतंक के खात्मे के लिए सेना इन दिनों घाटी में ऑपरेशन ऑलआउट चला रही है। जिसके तहत सेना की गोली ढूंढ-ढूंढ कर आतंकियों को सही अंजाम तक पहुंचा रही है।
बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों ने जो रणनीति अपनाई है। उसका असर अब साफतौर पर दिखाई दे रहा है। सेना ने अब तक ऑपरेशन ऑलआउट के तहत 202 आतंकियों को सही अंजाम तक पहुंचा दिया है। इस साल सेना ने लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख अजहर मसूद के भांजे समेत कई नामचीन आंतकियों को मार गिराया है। इसके लिए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने भी इसकी खुली छूट दे दी है। जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है।
दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में सोमवार को हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबल के जवानों ने लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया है। ये तीनों इस साल जुलाई में अमरनाथ यात्रियों की बस पर हुए हमले में शामिल थे। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर समस्या को लेकर कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत सरकार को कश्मीर मुद्दे का हल निकालने से नहीं रोक सकती। केंद्र सरकार ने भी कश्मीर में शांति के लिए अपना शांतिदूत नियुक्त किया है। दूसरी तरफ सेना की गोली भी दुश्मनों को सही अंजाम तक पहुंचा रही है यानि इशारा साफ है गोली का जबाव गोली से बोली का जवाब बोली से।