मुख्यमंत्री पद की शपथ से ठीक पहले योगी आदित्यनाथ ने इस पद से दिया इस्तीफा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद BJP राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से विधायक चुने जाने के बाद अपना इस्तीफा विधान परिषद सभापति को भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
गौरतलब है कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ विधान परिषद के सदस्य के रुप में निर्वाचित हुए थे। उस वक्त वो गोरखपुर से सांसद थे। ऐसे में उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था और 8 सिंतबर 2017 को निर्विरोध विधान परिषद चुनाव जीते गए थे। उन्होंने एमएलसी रहते हुए ही सीएम पद का कार्यकाल पूरा किया।
आपको बता दें कियूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक बार फिर सत्ता को बरकरार रखने में सफल हुई है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 273 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि समाजवादी पार्टी को 125 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को दो और बहुजन समाज पार्टी को एक सीट मिली है। वहीं, अन्य के खाते में एक सीट आई है।
योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण कार्यक्रम लखनऊ में शहीद पथ पर स्थित इकाना स्टेडियम में 25 मार्च को होगा। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है।
नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जिनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को उत्तर प्रदेश में सरकार गठन के लिये पार्टी की तरफ से क्रमश: पर्यवेक्षक और सह-पर्यवेक्षक बनाया गया है।